जम्मू कश्मीर में जल्द विधानसभा चुनाव होने वाले है, जिसकी सुगबुगाहट अभी से शुरू हो गई है। चुनाव आयोग द्वारा अभी तारीखों का ऐलान नहीं किया गया है, लेकिन तमाम पार्टियां इसकी तैयारियों में जुट चुकी है। वही, चुनाव से पहले कश्मीर की सियासत में कुछ बदलाव होने का अंदेशा जताया जा रहा है।
दरअसल, जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने बीजेपी के तरफ अपने तेवर नर्म दिखाना शुरू कर दिया है, जबकि वो पहले के समय में बीजेपी की सिर्फ आलोचना करते थे। उन्होंने महबूबा द्वारा बीजेपी पर लगाए गए आरोपों पर अलग पक्ष रखा है, जिसकी उम्मीद किसी को नहीं थी।
महबूबा ने किया था वीडियो शेयर
महबूबा ने एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें बच्चे भजन गा रहे थे। वहां मौजूद टीचर भी उन्हें ऐसा करने के लिए बोल रहे थे। महबूबा ने अपने ट्वीट में लिखा था कि, ‘धार्मिक विद्वानों को जेल में डालना, जामा मस्जिद को बंद करना और यहां स्कूली बच्चों को हिंदू भजन गाने के लिए निर्देश देना, कश्मीर में भारत सरकार के वास्तविक हिंदुत्व एजेंडे को उजागर करता है। ’
हालांकि, महबूबा के आरोप पर फारूक अब्दुल्ला ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘ सिर्फ भजन गाने से कोई हिन्दू नहीं बनता है। मैं भी खुद भजन गाता हूं। मैं इससे हिंदू नहीं हो जाता। भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और यहां कोई हिंदू अजमेर दरगाह जाने से मुसलमान नहीं हो जाता। ‘ बीजेपी ने भी महबूबा के आरोपों को गलत बतया है। क्योंकि भाजपा का कहना है कि वो झूठ फैलाती है।