जम्मू-कश्मीर के धार्मिक स्थल रियासी जिले के बाबा झरने पर एक बड़ा हादसा हुआ। झरने के नीचे नहाने के दौरान चट्टान गिरने से यहां मौजूद सात लोगों की मौत हो गई जबकि 30 अन्य घायल हो गए। अभी भी कई लोगों के चट्टान के नीचे दबे होने की शंका है। रियासी के सीनियर पुलिस सुप्रिटेंडेट ताहिर सजाद भट ने बताया कि घटना दोपहर करीब साढ़े तीन बजे हुई। उत्तर भारत के बड़े झरनों में से एक सियार बाबा झरना छुट्टी मनाने वाले के बीच काफी लोकप्रिय है। भट्ट ने बताया कि शुरुआती सूचना के मुताबिक पहाड़ी से टूटी एक चट्टान झरने पर गिरी।
इससे चार लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई और 25 लोग जख्मी हो गए। इसके बााद शाम तक मिली जानकारी के मुताबिक सात लोगों की मौत हुई है और 30 लोग घायल हो गए। अधिकारियों के मुताबिक मृतकों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि चट्टान के साथ आए मलबे के नीचे ज्यादा लोगों के दबे होने की आशंका है। रियासी शहर से 10 किलोमीटर दूर झरना सियार बाबा चिनाब नदी पर स्थित है। सौ फुट से अधिक ऊंचाई से गिर रहे पानी का विहंगम दृश्य काफी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता है लेकिन आज इस झरने ने कई लोगों की जान ले ली।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि अधिकतर मृतक एवं जख्मी जम्मू जिले से हैं। जख्मी लोगों में उत्तर प्रदेश के अशोक कुमार और उनका पांच वर्ष का बेटा भी शामिल है। अधिकारी ने बताया कि आठ लड़के और लड़कियों तथा सात महिलाओं का उपचार स्थानीय अस्पताल में चल रहा है। उन्होंने कहा कि जख्मी लोगों को निजी कारों से रियासी जिले के अस्पताल पहुंचाया गया। राज्यपाल एन . एन . वोहरा ने झरने की इस दुर्घटना में लोगों की मौत पर दुख जताया है और श्री माता वैष्णो देवी मंदिर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी धीरज गुप्ता से जख्मी लोगों के उपचार पर आए पूरे खर्च को मंदिर बोर्ड की तरफ से वहन करने के लिए कहा।