जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा खत्म करने के बाद इसके पुनर्गठन के बाद दो केंद्र शासित प्रदेश जम्मू.कश्मीर और लद्दाख 31 अक्टूबर को विधिवत अस्तित्व में आ गए।
सरकार ने शनिवार को इन दोनों नए केंद्र शासित प्रदेशों का नक्शा जारी किया है। नए नक्शे में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के मीरपुर और मुजफ्फाराबाद जिलों को नये केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर का हिस्सा दर्शाया गया है। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में इन दोनों जिलों को मिलाकर कुल जिलों की संख्या 22 होगी।
जम्मू -कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश होगा और इसकी विधानसभा होगी जबकि लद्दाख की कोई विधानसभा नहीं होगी। पाकिस्तान के कब्जे वाले दोनों जिलों के अलावा डोडा, सांबा, जम्मू, कठुआ, रामबन, राजौरी, अनंतनाग, पुलवामा, श्रीनगर, रियासी और गंदेरबल जिले जम्मू- कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश के अन्य जिले होंगे। गौरतलब है कि मीरपुर और मुजफ्फराबाद को भारत हमेशा अपना भाग बताता रहा है।
उधर लद्दाख का क्षेत्रफल जम्मू- कश्मीर की तुलना में अधिक होगा किंतु यहां केवल दो जिले कारगिल और लेह होंगे। लेह जिला क्षेत्रफल के लिहाज से देश का सबसे बड़ जिला होगा।
जम्मू.कश्मीर के विभाजन के बाद देश में एक राज्य कम हो गया जबकि दो केंद, शासित प्रदेश बढ़ गए। देश s में अब 28 राज्य और नौ केंद्र शासित प्रदेश हो गए हैं।
केंद्र सरकार ने पांच अगस्त को जम्मू.कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा खत्म करने के साथ ही अनुच्छेद 370 के कुछ प्रावधान और धारा 35 ए को खत्म कर दिया था।
दोनों केंद्र शासित प्रदेश 31 अक्टूबर की मध्यरात्रि से अस्तित्व में आ गए। जम्मू- कश्मीर के पहले उपराज्यपाल जी सी मुर्मू और आर के माथुर लद्दाख के प्रथम उपराज्यपाल बने हैं।