सेना के उत्तरी कमान प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने सोमवार रात जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मुलाकात की और उन्हें आंतरिक तथा बाहरी सुरक्षा स्थिति के बारे में जानकारी दी। राजभवन के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी।
श्रीनगर स्थित 15वीं कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लों के साथ लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने मलिक से राजभवन में मुलाकात की और केंद्र सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद राज्य में सुरक्षा व्यवस्था के बारे में उन्हें जानकारी दी।
अनुच्छेद 370 से जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा मिला हुआ था। प्रवक्ता ने कहा कि सेना अधिकारी ने उन्हें किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अपनी तैयारियों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि राज्यपाल ने लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और राज्य की क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए सुरक्षाबलों और एजेंसियों के बीच समन्वय पर जोर दिया।
राज्यसभा ने सोमवार को अनुच्छेद 370 की अधिकतर धाराओं को खत्म कर जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख को दो केन्द्रशासित क्षेत्र बनाने संबंधी सरकार के दो संकल्पों को मंजूरी दे दी। गृह मंत्री अमित शाह ने इस अनुच्छेद के कारण राज्य में विकास नहीं होने और आतंकवाद पनपने का दावा करते हुए आश्वासन दिया कि जम्मू कश्मीर को केन्द्रशासित क्षेत्र बनाने का कदम स्थायी नहीं है तथा स्थिति समान्य होने पर राज्य का दर्जा बहाल कर दिया जाएगा।
उच्च सदन में कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों के भारी हंगामे के बीच गृह मंत्री अमित शाह द्वारा पेश किए गये दो संकल्पों एवं जम्मू कश्मीर पुनर्गठन विधेयक को चर्चा के बाद मंजूरी दी गयी। साथ ही सदन ने जम्मू कश्मीर आरक्षण (द्वितीय संशोधन) विधेयक, 2019 को भी मंजूरी दी।