नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) ने मंगलवार को कहा कि शासन के मामले में जम्मू कश्मीर का सात केंद्रशासित प्रदेशों में छठे नंबर पर आना और वर्तमान प्रशासन के अपने प्रशासनिक कार्यप्रदर्शन के बारे में दावे को खोखला साबित करता है। नेकां के प्रांतीय अध्यक्ष नासिर असलम वानी ने एक बयान में कहा,‘‘यह देखकर बड़ी निराशा होती है कि शासन को लेकर जम्मू कश्मीर सरकार के शेखी बघारने के बावजूद ‘पब्लिक अफेयर्स इनडेक्स, 2020’ में प्रकाशित प्रशासनिक कामकाज में जम्मू कश्मीर इतना नीचे चला गया।
इस रिपोर्ट पर चिंता प्रकट करते हुए उन्होंने कहा कि उसने नेशनल कांफ्रेंस के इस रूख की पुष्टि की है कि जम्मू कश्मीर में शासन और प्रशासन अस्तव्यस्त हो गया है। इस रिपोर्ट में जम्मू कश्मीर को शासन और प्रशासनिक कार्यप्रदर्शन में छठे पायदान पर रखा गया है। नेकां नेता ने कहा , ‘‘ पब्लिक अफेयर्स इनडेक्स के निष्कर्ष ने जम्मू कश्मीर की वर्तमान स्थिति के बारे में हमारे अनुमान की पुष्टि की है।
यह बस शासन और प्रभावी प्रशासन की बात नहीं है जिसे नुकसान उठाना पड़ा है बल्कि सरकार ने बेरोजगारों को नौकरियां देने का वादा भी तोड़ा है। वानी ने कहा कि अगस्त में जम्मू कश्मीर नीति आयोग के निर्यात तैयारी सूचकांक 2020 में सबसे नीचे था और हाल की रिपोर्ट से भी सामने आया है कि स्थिति बेहतर नहीं हो रही है।