जम्मू कश्मीर के किशोर न्याय बोर्ड ने पिछले हफ्ते जम्मू में एक ग्रेनेड हमले में कथित तौर पर संलिप्त किशोर को ‘‘वयस्क’’ बताने वाली मेडिकल रिपोर्ट खारिज कर दी है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
बोर्ड ने आरोपी के स्कूल के सारे रिकार्ड मंगाए हैं। दरअसल, बोर्ड को उसके नाबालिग होने का संदेह है। आरोपी एक पेंटर का बेटा है और नौवीं कक्षा का छात्र है।
अधिकारियों ने बताया कि आरोपी के दांतों और हड्डियों की जांच की रिपोर्ट से यह प्रदर्शित हुआ है कि उसकी उम्र करीब 19 साल है।
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उन्होंने बताया कि बोर्ड ने पुलिस को आरोपी के स्कूल के सभी प्रासंगिक दस्तावेज सौंपने को कहा, जिसके बाद कोई फैसला लिया जाएगा।
गौरतलब है कि सात मार्च को जम्मू बस स्टैंड पर आरोपी ने कथित तौर पर एक ग्रेनेड फेंका था जिसके बाद उसे पकड़ लिया गया था। इस हमले में दो लोग मारे गए थे और 29 अन्य घायल हो गए थे।
शुरूआती पूछताछ में आरोपी ने बताया था कि उसे इस काम के लिए हिजबुल मुजाहिदीन के एक आतंकवादी ने 50,000 रूपये दिए थे।