जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में गैर-स्थानीय लोगों को मतदाता सूची में शामिल करने के खिलाफ विपक्षी पार्टियों द्वारा गठित एक समिति ने सोमवार को इस मसले पर जन समर्थन जुटाने के लिए विरोध-प्रदर्शन करने का निर्णय किया।8 अक्टूबर को गठित इस समिति ने अपनी पहली बैठक आयोजित की है। समिति में गुपकार घोषणापत्र गठबंधन (PAGD) के सभी घटक और कांग्रेस तथा डोगरा स्वाभिमान संगठन पार्टी (DSSP) जैसे कई अन्य राजनीतिक दल शामिल हैं।
संवैधानिक अधिकारों के तहत होगा विरोध प्रदर्शन
नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता और सांसद हसनैन मसूदी (Hasnain Masoodi) ने यहां PAGD प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के आवास पर बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, चर्चा के बाद, हमने जनता के पास जाने और उन्हें जम्मू कश्मीर में वोटरों के रूप में गैर-स्थानीय लोगों को शामिल करने से उत्पन्न खतरों के बारे में सूचित करने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा, ‘‘ सड़कों पर हमारा विरोध-प्रदर्शन शांतिपूर्ण और हमारे संवैधानिक अधिकारों के तहत होगा।’’
हसनैन मसूदी ने कहा कि जनता के बीच जाने संबंधी कार्यक्रम को शुरू करने का अंतिम फैसला वरिष्ठ नेताओं से परामर्श के बाद लिया जाएगा और इस पर जल्द काम शुरू होगा।इस मौके पर मसूदी के साथ DSSP के पूर्व मंत्री लाल सिंह, अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख मुजफ्फर अहमद शाह और पूर्व सांसद शेख अब्दुल रहमान सहित समिति के अन्य सदस्य मौजूद थे।