जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्य पाल मलिक ने बुधवार को अगले तीन माह के भीतर राज्य में युवाओं के लिए 50 हजार नौकरियां उपलब्ध कराने का ऐलान किया।
श्री मलिक ने जम्मू-कश्मीर में केन्द्र की तरफ से जल्दी ही ‘‘बड़ी’ घोषणा किए जाने का संकेत देते हुए राज्य के उच्च अधिकारियों के साथ संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा,‘‘जम्मू-कश्मीर में यह भर्तियों की सबसे बड़ मुहिम होगी।’’
जम्मू-कश्मीर को दो केन्द्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने और अनुच्छेद 370 के प्रावधान हटाये जाने के बाद राज्य में लगाई गयी पाबंदियों का जिक्र करते हुए कहा कि यह किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकने के लिए जरूरी थी। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों की पहचान और संस्कृति को किसी भी कीमत पर बनाये रखा जायेगा।
उन्होंने कहा कि राज्य में हालात धीरे-धीरे सामान्य होंगे और प्रशासन की तरफ से किसी पर दवाब नहीं बनाया जाना चाहिए। श्री मलिक ने कहा कि अगले छह माह के भीतर राज्य में बहुत काम किया जायेगा। केन्द्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों में जम्मू-कश्मीर को लेकर लगातार बैठकों का दौर जारी है।
कश्मीर के संबंध में फर्जी अफवाहें फैलाये जाने का जिक्र करते हुए राज्यपाल ने कहा कि टेलीफोन लाइनें बंद हैं। राज्य की जनता से अनुरोध कि इस परेशानी का कुछ दिन और सामना कर लें। उन्होंने कहा कि 111 में से 81 पुलिस थानों में ढील दी जा रही है।
इंटरनेट सेवा खोलने में कुछ वक्त लग सकता है। कई स्थानों पर लैंड लाइन फोन सेवा खुल गयी है। स्कूल खुल गये हैं। कई स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति काफी अच्छी है तो कुछ जगह कम है। जम्मू के सभी 10 जिलों में मोबाइल सेवा शुरू हो चुकी है। लद्दाख के दो जिलों में भी मोबाइल फोन सेवा जारी हैं।
दवाइयों की कमी का उल्लेख करते हुए श्री मलिक ने लोगों से अपील की कि अफवाहों पर ध्यान न दें सभी आवश्यक दवाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं और किसी प्रकार की कोई किल्लत नहीं है।
उन्होंने कहा कि राज्य में आर्थिक विकास शिथिल पड़ हुआ था और रोजगार के अवसरों का अभाव था। अब सरकार का प्रयास है कि राज्य में विकास के काम तेज गति से हो।
राज्यपाल ने कहा कि अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को खत्म किए जाने के बाद लगी पाबंदियों को धीरे.धीरे हटाया जा रहा है विभाजित कर बनाये गए दो केन्द्र शासित प्रदेशों लद्दाख और जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए खाका तैयार करना शुरू कर दिया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि अगले छह माह के दौरान जम्मू.-कश्मीर और लद्दाख में विकास के इतने काम किए जायेंगे कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में रहने वाले भी यह कहना शुरू कर देंगे कि हम भी वहां जैसा विकास चाहते हैं।’’
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला करते हुए श्री मलिक ने कहा, ‘‘राहुल गांधी ने राजनीतिक नौसिखिये जैसा बर्ताव किया। लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने सदन में जब कश्मीर को अंतरराष्ट्रीय मामला बताया था तो श्री गांधी को उस वक्त उन्हें टोकना चाहिए और बैठा देना चाहिए था।’’