जम्मू : भारतीय सेना ने सोमवार को बताया कि जम्मू कश्मीर में बर्फ से ढंके गुरेज में फंसे 160 नागरिकों को विमान के जरिये सुरिक्षत निकाल लिया गया। सकुशल निकाले गए लोगों में से चार गंभीर रोगी भी शामिल हैं। उधमपुर स्थित रक्षा जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल अभिनव नवनीत ने यहां एक वक्तव्य जारी कर कहा कि सेना की स्नो लेपर्ड ब्रिगेड की डावर बटालियन ने रविवार को यह बचाव अभियान चलाया।
नियंत्रण रेखा के समीप स्थित गुरेज घाटी वर्तमान में बांदीपोरा जिला मुख्यालय से कटी हुई है। राजदान दर्रे और बांदीपोरा और कन्जलवान को जोड़ने वाली सड़क पर बर्फ की सफाई का काम शुरू हो चुका है और यह अप्रैल अंत तक ही समाप्त हो पाएगा। रक्षा प्रवक्ता ने रविवार को कहा कि सेना के डावर गैरिसन को गुरेज और बांदीपोरा में फंसे नागरिकों को निकालने के लिए नागरिक प्रशासन से अनुरोध प्राप्त हुआ था।
लेफ्टिनेंट कर्नल नवनीत ने कहा, “आगामी उच्चतर माध्यमिक और स्नातक परीक्षाओं को देखते हुए स्थानीय लोग गुरेज लौटने के लिए परेशान थे। देश के विभिन्न भागों में पढ़ाई कर रहे छात्र भी अपने कालेज लौटना चाहते थे।” उन्होंने कहा कि अतिरिक्त सिविल मेडिकल कर्मचारियों को भी सेना की सहायता से कोविड-19 से लड़ने की तैयारी करने के लिए गुरेज भेजा गया था।
डावर बटालियन द्वारा नियंत्रित हेलिपैड को भारी हिमपात के बावजूद बेहद कम समय में काम करने लायक बनाया गया और थल सेना और वायु सेना के संयुक्त प्रयास से चार मरीजों समेत 160 नागरिकों को बचाया गया। रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि अभियान देर रात तक चला। उन्होंने कहा कि सेना के चिकित्सा दल ने हेलिपैड पर ही सभी नागरिकों की कोरोना वायरस से संक्रमण की जांच की और ठंड में आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई।
प्रवक्ता ने कहा कि गंभीर रूप से बीमार मरीजों का डावर बटालियन के चिकित्सा दल ने उपचार किया और इसके बाद उन्हें हवाई मार्ग से निकाल लिया गया। उन्होंने कहा कि डावर गैरिसन में कोरोना वायरस से संदिग्ध रूप से संक्रमित व्यक्तियों को पृथक रखने के लिए पृथक वार्ड बनाया गया है।