देश में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार और शोषणों का केस में हर दिन बढ़ोतरी हो रही हैं। इसी को देखते हुए जम्मू कश्मीर ने कुछ आकड़े प्रस्तुत किया और कहा कि पिछले साल के मुकाबले 2021 में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में 15.62 फीसदी की वृद्धि हुई। हालांकि, इन केस को देखते हुए राज्य पुलिस ने 7000 से ज्यादा अपराधियों को गिरफ्तार किया और सख्त से सख्त कार्रवाई भी की । मिली जानकारी के मुताबिक इस बात की जानकारी NCRB राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की तरफ से सांझा की गई हैं।
2011 की जनगणना के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में 64 लाख महिलाएं
रिपोर्ट के अनुसार, इस अवधि में आरोपियों को दोषी करार दिए जाने की दर बहुत कम रही और महज 95 दोषियों को सजा सुनायी गई। इस दौरान 6,275 मामलों की जांच की गई। रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में जिन मामलों की जांच की गई उनमें 2,329 मामले 2020 से लंबित थे और नौ मामलों की दोबारा जांच शुरू की गई। रिपोर्ट के अनुसार, 2019 से 2021 के बीच महिलाओं के खिलाफ अपराध में वृद्धि हुई है। उनके खिलाफ अपराध के सबसे ज्यादा 3,937 मामले 2021 में आए जबकि 2020 में 3,405 और 2019 में 3,069 मामले आए थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2011 की जनगणना के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में 64 लाख महिलाएं हैं और प्रति लाख महिला आबादी के अनुपात में उनके खिलाफ अपराध की दर 61.6 है।
राज्य में महिलाओं के साथ छेड़छानी के केस 1,851 मामले
रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में बलात्कार के 315, बलात्कार के प्रयास के 1,414 और दहेज हत्या के 14 मामले दर्ज किए गए। बलात्कार के मामलों में 91.4 प्रतिशत आरोपी पीड़ित के पहचान वाले थे। एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार, महिलाओं के साथ छेड़खानी के 1,851 मामले भी दर्ज किए गए। छेड़खानी के 14 मामले महिलाओं और बच्चों के आश्रय गृहों से थे, वहीं हिरासत में बलात्कार के पांच मामले दर्ज किए गए।