जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार पंचायत चुनाव हो रहे हैं। जम्मू-कश्मीर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी शैलेन्द्र कुमार ने गुरुवार को इसकी घोषणा की। जम्मू-कश्मीर के हर ब्लॉक में खाली पड़े पदों के पंचायत चुनाव कराए जाएंगे। इस पंचायत चुनाव में बैलेट बॉक्स का इस्तेमाल किया जाएगा।
बीजेपी के प्रदर्शन की पुरानी तस्वीर शेयर कर बोले राहुल- एलपीजी की कीमतों में वृद्धि वापस ली जाए
शेलेंद्र कुमार ने बताया कि पंचायत चुनाव 5 मार्च से 20 मार्च तक कराए जाएंगे। जम्मू-कश्मीर में इस पंचायत चुनाव को 8 चरणों में संपन्न कराया जाएगा। साल 2018 में हुए पंचायत चुनाव में दो प्रमुख पार्टी नेशनल कॉंफ्रेस और PDP ने चुनाव का बहिष्कार किया था जिसके बाद लगभग 12 हजार सीटे खाली रह गई थी। अब इन खाली सीटों को भरा जाएगा।
मतदान 5, 7, 9, 12, 14, 16, 18 और 20 मार्च को होंगे। पहली अधिसूचना 15 फरवरी को जारी की जाएगी। उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख ने अभी तक हमें चुनाव संचालन के लिए अनुरोध नहीं भेजा है, इसलिए हमने लद्दाख को शामिल नहीं किया है। लद्दाख इस वक्त बर्फ से घिरा हुआ है और वहां बहुत ठंड है, इसलिए इस समय चुनाव होना संभव नहीं है। उन्होंने जम्मू इलाके में 4 चरणों में चुनाव होंगे और कश्मीर इलाके में 8 चरणों में वोट डाले जाएंगे।