कश्मीर घाटी को देश के शेष भागों से जोड़ने वाले 300 किलोमीटर लम्बे राष्ट्रीय राजमार्ग को भूस्खलन की वजह से वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है।
राष्ट्रीय राजमार्ग पर शनिवार को ताजा भू-स्खलन के मद्देनजर यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। शनिवार को श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग और ऐतिहासिक मुगल रोड़ को शुक्रवार को एक दिन के लिए यातायात को रोकने के बाद वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया। हिमपात और सड़कों में फिसलन को देखते हुए कल वाहनों की आवाजाही को बंद कर दिया गया था।
एक पुलिस अधिकारी ने यूनीवार्ता से कहा,’ जम्मू क्षेत्र के रामसू में भूस्खलन के मद्देनजर श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर हमने वाहनों की आवाजाही को रोक दिया है।’ उन्होंने बताया कि सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की राजमार्गों की मरम्मत की जिम्मेदारी है। राजमार्ग से भूस्खलन के मलबे को हटाने के लिए आधुनिक मशीनों और संगठन के श्रमिकों को लगाया गया है।
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कश्मीर राजमार्ग पर विभिन्न स्थानो पर यात्री वाहनों सहित सैंकड़ वाहन फंसे हुए हैं। उन्होंने कहा कि यातायात पुलिस अधिकारियों और बीआरओ की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद वाहनों को अपने गंतव्य स्थान की ओर जाने के आदेश दिये जायेंगे।
उन्होंने कहा 434 किलोमीटर लम्बे श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग केवल एक मात्र कश्मीर के साथ लद्दाख को जोड़ने वाले रोड है। आज सुबह से इस मार्ग को खोल दिया गया है। श्रीनगर लेह राष्ट्रीय राजमार्ग को गुरुवार रात हिमपात और सड़कों में फिसलन बढ़ने के कारण वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया था।
उन्होंने कहा दक्षिण कश्मीर में शोपियां से जम्मू क्षेत्र के राजौरी और पुंछ के ऐतिहासिक 86 किलोमीटर लम्बे मुगल रोड को वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया है। पुंछ पुलिस के साथ अधिकारियों ने मुगल रोड पर फंसे वाहनों को वहां से निकाला। अधिकारियों ने बताया कि हिमपात के कारण ये वाहन मार्ग में फंस गये थे।
सुबह से ही राजमार्ग के दोनों ओर से हल्के वाहनों की आवाजाही देखी गयी। उन्होंने कहा कि जम्मू से शोपियां के लिए भारी वाहन भी चल रहे हैं।