जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा जिले के एक 28 वर्षीय निवासी की यहां पुलिस हिरासत में मौत होने के बाद स्वत:स्फूर्त बंद के हालात पैदा हो गए और अवंतिपोरा शहर में लोग सड़कों पर सुरक्षाबल से भिड़ गए। जैसे ही यह खबर अवंतिपोरा पहुंची कि एक निजी स्कूल में शिक्षक रिजवान असद पंडित (28) की मौत पुलिस हिरासत में हुई है, सुरक्षाकर्मियों और युवाओं के बीच झड़पें शुरू हो गईं। शहर में दुकानें आनन-फानन में बंद हो गईं और सड़कों पर से वाहन नदारद हो गए।
एहतियात के तौर पर, अवंतिपोरा में इस्लामिक यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (आईयूएसटी) की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं। अवंतिपोरा और पास के इलाकों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं रोक दी गई हैं। अधिकारियों ने अतिरिक्त सुरक्षाबल अवंतिपोरा भेजे हैं।
जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने घटना पर ट्वीट किया, ‘मुझे लगा था कि हिरासत में मौतें हमारे अंधकारपूर्ण अतीत की बातें हैं। यह अस्वीकार्य है और इसकी तय समय में पूरी पारदर्शिता से जांच होनी चाहिए। इस युवक के हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।’ पुलिस ने कहा कि रिजवान को आतंकवाद संबंधी मामले में तीन दिन पहले गिरफ्तार किया गया था। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘उसकी सोमवार रात मौत हो गई। मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं।’ अधिकारी ने कहा, ‘इसके अलावा, मामले की विभागीय जांच के भी आदेश दिए गए हैं।’