वरिष्ठ अलगाववादी नेता और सैयद अली शाह गिलानी के करीबी सहयोगी अशरफ सेहराई को श्रीनगर से रविवार सुबह गिरफ्तार कर लिया गया। यह जानकारी पुलिस सूत्रों से मिली है।
तहरीक-ए-हुर्रियत के अध्यक्ष सेहराई को बरजल्ला इलाके में उनके घर से गिरफ्तार किया गया। बीते साल केंद्र द्वारा कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद 5 अगस्त से ही सेहराई घर में नजरबंद थे। सेहराई का बेटा जुनैद मार्च 2018 में आतंकवादियों के खेमे में शामिल हो गया था।
वहीं जुनैद इस साल 19 मई को पुराने श्रीनगर शहर के नवाकदल इलाके में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। वहीं अलगाववादी नेता गिलानी ने हाल ही में अलगाववादी राजनीतिक समूह ऑल पार्टी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस से इस्तीफा दे दिया था। जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने रविवार को कहा कि अलगाववादी हुर्रियत नेता अशरफ सेहरई समेत प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी के कुछ अन्य सदस्य हिरासत में लिए गए हैं जिनके खिलाफ सख्त जनसुरक्षा कानून (पीएसए) के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है।
सिंह ने बताया कि पाकिस्तान समर्थक तहरीक-ए-हुर्रियत के अध्यक्ष सेहरई के अलावा जमात-ए-इस्लामी के करीब 12 अन्य सदस्यों को भी हिरासत में लिया गया है। कुछ दिन पहले अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी ने राजनीति छोड़ने की घोषणा की थी जिसके बाद सेहरई ने उनका स्थान ले लिया था और वह 26 अलगवावादी संगठनों के समूह ऑल पार्टी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस में तहरीक-ए-हुर्रियत का प्रतिनिधित्व कर रहे थे।
हुर्रियत का यह धड़ा मीरवाइज उमर फारूक के नेतृत्व वाले धड़े से अलग है। फारूक जम्मू-कश्मीर में हिंसा को खत्म करने के लिए वार्ता के पक्ष में हैं। सेहरई का बेटा और हिज्बुल मुजाहिदीन का आतंकवादी जुनैद सेहरई इस साल मई में मुठभेड़ में मारा गया था।