सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने आज कहा कि कुछ ताकतें कश्मीरी युवकों को गलत जानकारी देकर गुमराह कर भारत के बारे में दुष्प्रचार कर रही हैं।
जनरल रावत ने छत्तीसगढ के रायगढ क्षेत्र के स्कूली बच्चों के साथ यहां साउथ ब्लाक में मुलाकात के दौरान यह बात कही। एक बच्चे ने सेना प्रमुख से कश्मीर में पथराव और हिंसा की घटनाओं के बारे में सवाल पूछा था।
जनरल रावत ने कहा कि कश्मीर में कुछ ताकतें दुष्प्रचार फैला रही हैं और युवाओं को भ्रमित कर गुमराह किया जा रहा है। उन्हें बताया जा रहा है कि भारत मुस्लिम विरोधी है। ये ताकतें युवाओं को झांसा दे रही हैं और आजादी के नाम पर उन्हें भड़काया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकार उन्हें विकास की मुख्यधारा से जोडकर स्थिति को सामान्य करने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने कहा कि कश्मीर में शिक्षा व्यवस्था दुरूस्त नहीं है और अभी भी ज्यादातर बच्चों को मदरसों में शिक्षा दी जा रही है। इसलिए वे आधुनिक शिक्षा से वंचित हैं। उन्हें आधुनिक शिक्षा दिये जाने की जरूरत है।
माओवाद की समस्या के बारे में पूछे गये एक बच्चे के सवाल पर जनरल रावत ने कहा कि माओवादी नेतृत्व आदिवासी क्षेत्रों को सदियों से चली आ रही परंपरागत जीवन शैली तक ही सीमित रखना चाहता है जबकि सरकार इन क्षेत्रों को भी विकास की मुख्यधारा से जोड रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार विकास परियोजनाओं के वास्ते प्राकृतिक संसाधनों के लिए आदिवासी क्षेत्रों में जमीन ले रही है और इसके बदले में वहां आदर्श गांव बना रही है तथा लोगों को सुविधाएं मुहैया करा रही हैं।
जनरल रावत ने बच्चों से कहा कि जीवन के विभिन्न पडावों पर उन्हें विफलता का भी सामना करना पड़ सकता है लेकिन इससे हार मानने के बजाय प्रेरणा लेकर आगे बढने से ही सफलता मिलती है। उन्होंने कहा कि सफलता के लिए विफलता से टूटने के बजाय मजबूत होकर आगे बढना होगा।