अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकी हमले के मामले को सुलझाने में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। पुलिस ने बताया कि हमले में लश्कर का हाथ है। इस मामले में पुलिस ने आतंकियों को गिरफ्तार किया है। लेकिन मास्टर माइंड अबू इस्माइल और उसके दो साथियों की तलाश जारी है।
Lashkar was involved, and accused were identified: IGP Kashmir Munir Khan on Amarnath attack pic.twitter.com/no6IjRqZ1o
— ANI (@ANI_news) August 6, 2017
गिरफ्तार आतंकियों में 2 पाकिस्तानी और और 1 कश्मीरी है। पुलिस ने बताया कि आतंकियों का प्लान पहले 9 जुलाई को इस हमले को अंजाम देने का था, लेकिन सीआरपीएफ या यात्रियों का कोई वाहन नहीं मिलने पर उन्हें अपने प्लान में फेरबदल करना पड़ा और बाद में उन्होंने अगले दिन 10 जुलाई को इस हमले को अंजाम दिया।
The attack was initially planned for July 9th,but that day there was no movement of CRPF or yatri vehicle in isolation:IGP Kashmir #Amarnath pic.twitter.com/9VlfWQ5Fz7
— ANI (@ANI_news) August 6, 2017
आईजी मुनीर खान ने कहा कि सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा। तीनों आरोपियों ने सभी बातों का खुलासा कर दिया है। आतंकियों ने यात्री वाहन के लिए ‘शौकत’, CRPF वाहन के लिए ‘बिलाल’ कोड वर्ड दिया। ये पूरी तरह से आतंकी हमला था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस हमले में शामिल पूरे आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश हुआ है और दक्षिण कश्मीर पुलिस ने इस संबंध में ओवर ग्राउंड वर्कर्स के पूरे जत्थे को गिरफ्तार किया है।
पुलिस इन्हें बिना हथियार वाले आतंकी बता रही है। सूत्रों ने बताया कि इन आतंकियों ने ही अमरनाथ यात्रियों पर हमले के लिए फंड की व्यवस्था की थी। उन्होंने बताया कि कॉल डीटेल्स की छानबीन से ये ओवर ग्राउंड वर्कस पुलिस के हाथ लगे। बताया जा रहा है कि ये आपसी बातचीत में कोर्ड वर्ड्स का इस्तेमाल करते थे, जिससे पुलिस का ध्यान इस ओर गया। वहीं पुलिस से बचने के लिए ये आतंकी आसपास के घरों या फिर नालियों में छुप जाया करते थे।