जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रविवार को स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक को उनकी 101वीं पुण्यतिथि के मौके पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि वे एक समाज सुधारक और अग्रणीय राष्ट्रवादी थे जिन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सिन्हा ने कहा कि राष्ट्र के लिए श्रीतिलक के साहस और निस्वार्थ बलिदान को आने वाले युगों तक हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक जी को उनकी पुण्यतिथि पर नमन। वह एक समाज सुधारक और अग्रणीय राष्ट्रवादी थे, जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। देश के लिए उनके साहस और निस्वार्थ बलिदान को आने वाले युगों तक हमेशा याद किया जाएगा।’’
Remembering revolutionary freedom fighter Lokmanya Bal Gangadhar Tilak Ji on his Punyatithi. He was a social reformer & ardent nationalist who played a pivotal role in India’s Freedom. His courage & selfless sacrifice for the nation will always be recalled by the ages to come.
— Manoj Sinha (@manojsinha_) August 1, 2021
उल्लेखनीय है कि प्रसिद्ध विद्वान, लेखक, गणितज्ञ और दार्शनिक श्री तिलक का 01 अगस्त 1920 को मुंबई में निधन हो गया था। उनके नारे ‘स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा’ देश को औपनिवेशिक शासन से मुक्त करने के लिए संघर्ष कर रहे लोगों की कल्पना बना गया था।
तिलक के अनुयायियों ने उन्हें ‘लोकमान्य’ की उपाधि ने नवाजा, जिसका अर्थ ‘प्रिय नेता’ होता है। उन्होंने (श्री तिलक) दो समाचार पत्रों मराठी में केसरी और अंग्रेजी में द महरट्टा की स्थापना और संपादन किया था। उन्होंने अंग्रेजों की आलोचना करने के लिए अपनी कलम को हथियार के रूप में इस्तेमाल किया और वह म्यांमार के मांडले में लंबे समय तक कारावास में रहने के साथ कई बार जेल गए थे।