नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) के अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला ने रविवार को कहा कि पीपुल्स कांफ्रेंस (पीसी) के संस्थापक अब्दुल गनी लोन कश्मीर में आतंकवाद के लिए जिम्मेदार हैं।
श्री लोन पीसी अध्सक्ष सजाद गनी लोन के पिता हैं। श्री सजाद गनी लोन ने गत सप्ताह भारतीय जनता पार्टी के समर्थन से सरकार के गठन का दावा पेश किया था। इसबीच राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख महबबूबा मुफ्ती की ओर से सरकार के गठन के दावा पेश करने के चंद घंटे के भीतर ही विधान सभा को भंग कर दिया।
डॉ़. अब्दुल्ला ने बारामुला में संवाददाताओं से कहा,‘‘वर्ष 1984 में जब तत्कालीन राज्यपाल जगमोहन ने उन्हें (श्री अब्दुल्ला को) मुख्यमंत्री पद से बर्खास्त किया तब श्री लोन मेरे पास आए और कहा कि वह (श्री लोन) सीमा पार जा रहे हैं तथा वहां से बंदूकें लायेंगे। ‘‘ उन्होंने कहा कि यदि वह श्री लोन के बारे में सारी बातें सार्वजनिक कर दें तो उनके पुत्र सजाद लोन को जवाब देते नहीं बनेगा।
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आरोपों के खुलासों पर जोर देने पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वह सजाद को सबकुछ बता देंगे लेकिन तब उसे जवाब भी देना होगा।
डॉ. अब्दुल्ला ने कहा कि कश्मीर मसले का केवल एक जवाब है वह है स्वायत्तता का। यह पूछे जाने पर कि इस संबंध में केंद, सरकार ने वर्ष 2006 में एनसी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था तो उन्होंने कहा कि वे इसे देने से इंकार नहीं कर सकते तथा जम्मू-कश्मीर के लोगों को स्वायत्तता प्रदान करनी होगी।
करतरपुर कॉरिडोर जैसी भावना जम्मू-कश्मीर में भी दोहराने की केन्द्र सरकार और पाकिस्तान सरकार से अनुरोध करते हुए उन्होंने कहा कि दोनों पड़सी देशों की सरकारों के बीच पारंपरिक मार्ग खोल देना चाहिए।
उन्होंने कहा,‘‘मैं भारत और पाकिस्तान दोनों देशों के बीच पारंपरिक मार्ग खोलने का आग्रह करता हूं। यह पहल न केवल सीमा के दोनों पारों पर आर्थिक गतिविधियों को बढ़वा देने में मदद करेगी, बल्कि दोनों पड़सी देशों के बीच दोस्ती की लौ को फिर से जगाने में भी मदद करेगी।’’