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मलिक बोले- राजनीतिक कार्यकर्ताओं की हत्या को सुरक्षा वापस लेने से जोड़ना गलत

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श्रीनगर : जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सोमवार को कहा कि कुछ लोगों की सुरक्षा हटाने को घाटी में आतंकवादियों द्वारा राजनीतिक कार्यकर्ताओं की हत्या से जोड़ना गलत है। मलिक यहां सिविल सचिवालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। सचिवालय शीतकालीन राजधानी जम्मू में छह महीने तक कार्य करने के बाद फिर से यहां खुला था। इस आरोप के बारे में पूछे जाने पर कि अनंतनाग के लिए भाजपा के जिला उपाध्यक्ष गुल मोहम्मद मीर आतंकवादियों के लिए आसान निशाना बने क्योंकि उनकी सुरक्षा वापस ले ली गई थी, मलिक ने कहा कि कुछ लोग ‘‘अफवाह’’ फैला रहे हैं कि उनकी हत्या सुरक्षा वापस लेने के चलते हुई।

उन्होंने कहा, ‘‘यह गलत सूचना है, उन्हें (मीर) कभी श्रेणीबद्ध (सुरक्षा की दृष्टि) नहीं किया गया था। मुझे (हत्या का) खेद है। हाल में कुछ अन्य हत्याएं भी हुई हैं जो कि दुर्भाग्यपूर्ण हैं लेकिन उन्हें सुरक्षा वापस लेने से जोड़ना पूरी तरह से गलत है क्योंकि व्यक्तियों को कभी श्रेणीबद्ध नहीं किया गया था और उनसे कोई सुरक्षा वापस नहीं ली गई थी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह एक अफवाह है जो फैलायी गई है और इसी कारण से मैंने कहा कि मुख्य सचिव यह देखेंगे कि क्या सुरक्षा वापस लेने का इन हत्याओं में कोई प्रभाव था या नहीं।’’ मलिक ने पिछले कुछ महीनों के दौरान राज्य में विभिन्न पार्टियों के कार्यकर्ताओं की हत्या की जांच का रविवार को आदेश दिया था।

लोकसभा चुनाव 2019 : पांचवें चरण के 7 राज्यों की 51 सीटों पर मतदान खत्म

राज्यपाल ने राज्य के मुख्य सचिव बी वी आर सुब्रमण्यम को आदेश दिया है कि वह यह पता लगायें कि राजनीतिक व्यक्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में सुरक्षा एजेंसियों की ओर से क्या कोई चूक हुई। मलिक ने यह भी कहा कि राज्य में सभी नेताओं और सरपंचों की सुरक्षा के सभी पहलुओं की समीक्षा करने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक बुलायी जाएगी। दक्षिण कश्मीर में चुनाव के दौरान हिंसा की घटनाओं के बारे में पूछे जाने पर मलिक ने कहा, ‘‘उसके बावजूद लोग मतदान के लिए बाहर आ रहे हैं और मतदान हो रहा है।’’

राज्यपाल ने कहा कि चुनाव आयोग राज्य के विधानसभा चुनाव कराने में बारे में निर्णय करेगा। उन्होंने कहा कि यह मेरा अधिकारक्षेत्र नहीं है। उन्होंने कहा कि उनका प्रशासन लोगों की समस्याओं के प्रति सजग है। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले सात महीनों में जिस तरह का विकास हुआ है, वह पूर्व में नहीं हुआ…हम प्रत्येक समस्या के प्रति सजग हैं। मेरा फोन 24 घंटे चालू रहता है और मैं कॉल और एसएमएस स्वयं लेता हूं, जो कि पूर्व में किसी ने नहीं किया।’’

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