जम्मू एवं कश्मीर नेशनल कॉफ्रेंस (जेकेएनसी) ने मंगलवार को राज्य के राज्यपाल सत्यपाल मलिक के उस बयान की निंदा की, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि अब्दुल्ला परिवार ने जम्मू एवं कश्मीर में अपनी तीन पीढ़ियों के लंबे शासन के दौरान राज्य को लूटा।
जेकेएनसी के लगभग सभी वरिष्ठ नेताओं और लोकसभा सदस्यों द्वारा हस्ताक्षरित एक बयान में कहा गया है, “नेशनल कांफ्रेस जम्मू एवं कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक के बयान की कड़ी निंदा करती है।” बयान में लिखा गया है, “राज्यपाल द्वारा की गई टिप्पणी असंवैधानिक है और राज्यपाल के उच्च पद की विश्वसनीयता, स्वतंत्रता और तटस्थता पर सवाल खड़े करती है।”
इसमें कहा गया है, “पार्टी के नेता राज्यपाल को याद दिलाना चाहते हैं कि वह एक संवैधानिक पद पर हैं, जिसके कारण वह राज्य और देश के संविधान के संरक्षक हैं।”बयान में कहा गया है कि पार्टी उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला के खिलाफ राज्यपाल द्वारा की गई कुछ बेलगाम टिप्पणियों की जेकेएनसी नेता कड़ा विरोध करते हैं।
सोमवार को राज्यपाल मलिक ने कहा कि अब्दुल्ला परिवार के श्रीनगर स्थित दो शीर्ष होटलों में व्यावसायिक हित थे। उन्होंने कहा कि जहां भी सरकार भ्रष्टाचार का पता लगाने की कोशिश करती है, अब्दुल्ला परिवार वहीं शामिल होते दिखाई देते हैं।