जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने अलगाववादियों का जिक्र किये बिना आज उम्मीद जतायी कि कश्मीर समस्या पर बातचीत करने के लिए केंद्र सरकार ने जो प्रतिनिधि नियुक्त किया है उसका सभी पक्षों को लाभ मिलेगा।
पूर्व आईबी प्रमुख दिनेश्वर शर्मा को कश्मीर में केंद्र का विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किया गया है। कश्मीर घाटी में सरकार की सतत वार्ता शांति प्रक्रिया के लिए उन्हें सरकार का विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किया गया है।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि केंद्र का यह कदम विश्वास बढ़ने वाला है और उम्मीद है कि केंद्र का यह साहसिक कदम शांतिपूर्ण तरीके से राज्य की स्थिति में सुधार में मददगार होगा। उन्होंने कहा कि आज की यह घोषणा प्रधानमंत्री मोदी की 15 अगस्त की उस घोषणा के मद्देनजर महत्वपूर्ण है जिसमें उन्होंने कहा था कि जम्मू-कश्मीर की समस्या लोगों को गले लगाने से सुलझेगी न की गाली और गोली से।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी ने 71वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा था कि जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ-साथ देश के अन्य हिस्से के लोगों का भी यह संकल्प है कि कश्मीर की समस्या न गोली से सुलझेगी और न ही गाली से बल्कि कश्मीरियों को गले लगाने से ही परिवर्तन आएगा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि राज्य के लोग केंद्र के इस कदम का पूरा फायदा उठायेंगे।
मुफ्ती ने कहा कि उनका मानना है कि कश्मीर समस्या का हल इससे जुड़ सभी पक्षों के साथ एक सतत बातचीत के माध्यम से ही निकाला जा सकता है।