जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमाक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान में लोकतंत्र की जड़ें मजबूत हो रही हैं और पड़ोस में राजनीतिक स्थिरता हमारे लिए अच्छी है। मुफ्ती ने कहा कि पाकिस्तान को यह तय करना चाहिए कि वह नयी सरकार चाहता है या नए सिरे से चुनाव कराना चाहता है ताकि वहां लोकतंत्र पनप सके।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि यह ‘गलत’ है
मुफ्ती ने यहां अपने पार्टी कार्यालय के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘‘(पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली) भुट्टो कहा करते थे कि भारत अपने लोकतंत्र की जीवंतता के कारण जीवित है। आज हम पाकिस्तान में लोकतंत्र की उथल-पुथल को भी देख रहे हैं और उस देश में लोकतंत्र जड़ें जमा रहा है।’’ आतंकवादियों को पनाह देने के आरोप में संपत्तियों को जब्त करने के बारे में पूछे जाने पर महबूबा मुफ्ती ने कहा कि यह ‘गलत’ है।
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अगर आपकी लड़ाई किसी आतंकी से है, तो आप उसे गिरफ्तार करते हैं
पीडीपी प्रमुख ने कश्मीर के लोगों के साथ बातचीत और सुलह का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा, ‘‘वे (पुलिस) पूरी आबादी को सजा दे रहे हैं। अगर आपकी लड़ाई किसी आतंकी से है, तो आप उसे गिरफ्तार करते हैं, उससे मुकाबला करते हैं, लेकिन आम लोगों ने क्या किया है? एक कश्मीरी पंडित भाई पर (शोपियां में) हमला किया गया और उन्होंने (पुलिस) 100-150 युवकों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने जामिया मस्जिद (नारेबाजी) की घटना के लिए कई लोगों को गिरफ्तार किया।’’
जब तक यहां के लोगों और युवाओं से सुलह और संवाद नहीं होगा
मुफ्ती ने कहा, ‘‘लोकतंत्र विचारों की लड़ाई है। आप किसी व्यक्ति को जेल में डाल सकते हैं, लेकिन उसके विचारों को नहीं। जब तक यहां के लोगों और युवाओं से सुलह और संवाद नहीं होगा, लोगों को गिरफ्तार करने की इस नीति से कुछ हासिल नहीं होगा बल्कि जम्मू कश्मीर के लोगों का अलगाव बढ़ेगा।’’