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महबूबा मुफ्ती का बयान-अगर अंबेडकर जिंदा होते तो उन्हें भी PAK समर्थक करार दे चुकी होती BJP

महबूबा मुफ्ती ने कहा कि अनुच्छेद-370 को अंबेडकर द्वारा तैयार किए गए संविधान से मान्यता मिली थी लेकिन केंद्र ने उसे तहस-नहस कर डाला।

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह द्वारा धारा 370 को लेकर क्लब हाउस चैट में दिए गए बयान पर सियासत शुरू हो चुकी है। इस पूरे मुद्दे पर बीजेपी कांग्रेस को घेरने में लगी है तो वहीं पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि आज अगर भारतीय संविधान के निर्माता बी आर अंबेडकर जीवित होते तो बीजेपी उन्हें भी पाकिस्तान समर्थक करार देती।
महबूबा ने कहा कि अनुच्छेद-370 को अंबेडकर द्वारा तैयार किए गए संविधान से मान्यता मिली थी लेकिन केंद्र ने उसे तहस-नहस कर डाला। गौरतलब है कि पूर्ववर्ती जम्मू कश्मीर राज्य को विशेष दर्जा देने वाले इस अनुच्छेद को अगस्त 2019 में केंद्र ने निष्प्रभावी बना दिया था। 


पीडीपी प्रमुख का बयान सोशल मीडिया पर एक ऑडियो चैट पर सिंह द्वारा कथित रूप से दिए गए बयान पर उनकी और कांग्रेस की हो रही आलोचना के बीच आया है। दिग्विजय सिंह ने कथित रूप से कहा था कि सत्ता में आने पर उनकी पार्टी अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी बनाए जाने एवं जम्मू कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने पर “पुनर्विचार” करेगी। 

इसपर बीजेपी ने कहा कि दिग्विजय सिंह की टिप्पणी पाकिस्तान के साथ कांग्रेस की “मिलीभगत” के व्यापक पैटर्न का हिस्सा है। जम्मू-कश्मीर में कुछ समय तक सत्ता में बीजेपी की साझेदार रही पीडीपी की मुखिया ने अपनी पूर्व सहयोगी पार्टी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, ‘‘भला हो भगवान का कि आज अंबेडकर जिंदा नहीं हैं, अन्यथा बीजेपी द्वारा उन्हें भी पाकिस्तान समर्थक करार देकर बदनाम किया जाता।’’

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