कोरोना वायरस के चलते दुनियाभर में कोहराम मचा हुआ है। कोरोबार से लेकर धार्मिक स्थल और त्योहार भी इससे प्रभावित हुए हैं। जम्मू कश्मीर में सभी मंदिरों को कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते पहले ही बंद कर दिया गया था और मंगलवार रात से घोषित लॉकडाउन के चलते लोग घरों में ही बैठना पसंद कर रहे हैं।
जम्मू में सभी छोटे बड़े मंदिरों समेत माता वैष्णो देवी की यात्रा को रोक लगा दी गई है। जिससे इस बार के नवरात्रों का रंग फीका पड़ गया है। उत्तर भारत के सबसे प्राचीन और बड़े राम मंदिरों में शुमार रघुनाथ मंदिर के बाहर भी सन्नाटा पसरा है और इस मंदिर के बाहर सुरक्षा बलों के जवानों के अलावा इक्का दुक्का लोग ही दिखाई दे रहे हैं जो बाहर से ही माथा टेक कर आशीर्वाद ले रहे हैं।
इस मंदिर के बाहर पिछले 35 सालों से फूल बेच रहे राजकुमार का कहना है कि उन्होंने ऐसी स्थिति पहली बार देखी है। उनके मुताबिक मौजूदा हालातों के चलते उन्होंने फूल भी नहीं मंगाए क्योंकि ग्राहक ही नहीं हैं।
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वहीं जम्मू के पुराने शहर में रहने वाले 60 साल के अश्वनी कुमार गुप्ता को मंदिर के मुख्य द्वार के बाहर से ही माथा टेक रहे हैं। उनके मुताबिक उन्होंने पहली बार ऐसे मंदिर को बंद देखा है।