राष्ट्रीय जांच एजेंसी ( एनआईए ) आतंकवादियों को प्रशिक्षण दिए जाने के साल 2018 के एक मामले में कश्मीर घाटी में चार जगहों पर छापेमारी की ।
यह छापे उन आतंकवादियों का पता लगाने के लिए मारे गए थे जो कथित रूप से घाटी के युवाओं को पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा (एलईटी) में शामिल होने के लिए उकसाते थे ।
संघीय जांच एजेंसी के एक प्रवक्ता ने बताया कि श्रीनगर के राजबाग इलाके में बख्तियार मुजीव मुल्लाह के परिसरों तथा बडगाम में जहूर अहमद शेख, बशीर अहमद शेख तथा मोहम्मद अफजल मीर के घरों पर छापेमारी की गयी। उन्होंने बताया कि छापेमारी में राष्ट्रीय जांच एजेंसी का सहयोग सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस ने किया।
उन्होंने बताया कि एजेंसी को छापेमारी में जो सामग्री मिली उसमें आतंकवादियों के फोटो समेत ‘‘उकसाने वाले दस्तावेज’’, पांच मोबाइल फोन, एक लैपटाप, एक हार्ड डिस्क, मैमोरी, सिम कार्ड तथा कुछ पेनड्राइव भी मिली हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि जिन लोगों पर छापेमारी की गयी है, उनसे पूछताछ की जा रही है। कुलगाम पुलिस थाने में कथित आतंकी मुनीद हामिद भट के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद एजेंसी ने उसका संज्ञान लेते हुए पिछले साल ‘गैर कानूनी गतिविधि निवारण अधिनियम : यूएपीए : के तहत मामला दर्ज किया था। यह छापेमारी इसी मामले के संबंध में की गयी थी।
प्रवक्ता ने बताया कि भट को ‘‘विध्वंसकारी गतिविधियों ’’ के लिए गिरफ्तार किया गया जो युवकों को एलईटी में शामिल होने के लिए उकसाता था और कथित रूप से उसने ही घाटी के अलगाववादी नेताओं की सिफारिश पर वैध वीजा दस्तावेज हासिल किए जाने के आधार पर युवकों को प्रशिक्षण के लिए पाकिस्तान भिजवाने के इंतजाम किए थे।