देश में चुनावी मौसम के बीच कर्नाटक में एक मामले ने तूल पकड़ लिया है, जो सियासी रंग लेता नजर आ रहा है। कर्नाटक के कई हिस्सों में हिजाब पर लगे प्रतिबंध के खिलाफ कॉलेजों में हो रहे प्रदर्शनों की पृष्ठभूमि में नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को आरोप लगाया कि देश में मुसलमानों के खिलाफ नफरत ‘आम बात हो गयी है और अब हम विविधता का सम्मान नहीं करते हैं।’’
अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा- कितने बहादुर हैं ये पुरुष
How brave these men are & how macho they must feel while targeting a lone young lady! Hatred for Muslims has been completely mainstreamed & normalised in India today. We are no longer a nation that celebrates our diversity, we want to punish & exclude people for it. https://t.co/KfxaF88Otd
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) February 8, 2022
अब्दुल्ला सोशल मीडिया में आए एक वीडियो पर टिप्पणी कर रहे थे। वीडियो में भगवा गमछा डाले कुछ पुरुषों को हिजाब पहनी एक महिला के साथ ‘बसलूकी’ करते और कर्नाटक के एक कॉलेज में नारेबाजी करते देखा जा सकता है। वीडियो को टैग करते हुए अब्दुल्ला ने ट्वीट किया है, ‘‘कितने बहादुर हैं ये पुरुष और एक अकेली लड़की को निशाना बनाते हुए उन्हें कैसे पुरुषार्थ का अनुभव हो रहा है। मुसलमानों के लिए नफरत आज भारत की मुख्यधारा में है और सामान्य बात हो गयी है।’’
कर्नाटक उच्च न्यायालय ने विवाद मामले में कहा-
उन्होंने कहा, ‘‘अब हम वह देश नहीं रह गए हैं जिसे अपनी विविधता पर गर्व था, हम लोगों को इसकी (विविधता) सजा देना चाहते हैं और उन्हें इससे बाहर निकालना चाहते हैं।’’ हिजाब मुद्दे को लेकर कर्नाटक के उडुपी, शिवमोगा, बगलकोटे और अन्य हिस्सों में स्थित कुछ शिक्षण संस्थानों में स्थिति तनावपूर्ण होने के बाद पुलिस और प्रशासन को हस्तक्षेप करने की भी जरुरत पड़ी। कर्नाटक उच्च न्यायालय ने कॉलेज में हिजाब पहनने पर रोक लगाने के खिलाफ उडुपी के सरकारी प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज की पांच छात्राओं द्वारा दायर याचिकाओं पर मंगलवार को सुनवाई की।
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कुछ इस तरह से शुरु हुआ विवाद
यह विवाद जनवरी में उस वक्त शुरू हुआ जब उडुपी के एक सरकारी प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज की कक्षा में हिजाब पहनकर आयीं छात्राओं को कॉलेज परिसर से बाहर चले जाने को कहा गया। यह मुद्दा अब राज्य के विभिन्न हिस्सों में भी फैल गया है और दक्षिणपंथी संगठनों द्वारा समर्थित युवा हिन्दू भगवा गमछा डालकर इस मामले में कूछ पड़े हैं। गौरतलब है कि भगवा गमछा डालने वाले छात्रों को भी कक्षाओं में नहीं बैठने दिया जा रहा है।
इस मुद्दे ने राजनीतिक रंग भी ले लिया है, राज्य में सत्तासीन भाजपा कॉलेज द्वारा लगाए गए रहे वर्दी संबंधी नियमों का समर्थन कर रही है, वहीं विपक्षी दल कांग्रेस का आरोप है कि हिजाब विवाद युवाओं के दिमाग में जहर भरने की साजिश है।