केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 को हटाने से पहले जम्मू-कश्मीर में कई बड़े नेताओ को नज़रबंद कर दिया था। राज्य के कई बड़े नेताओ में पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती शामिल है। इन दोनों नेताओं को हरि निवास में हिरासत में रखा गया था। जहां दोनों धुर विरोधी नेता आपस में ही झगड़ पड़े और एक दूसरे पर इल्जाम लगाना शुरू कर दिया।
बढ़ते हुए झगडे को देखते हुए दोनों नेताओं को अलग-अलग कर दिया गया। झगड़े के दौरान उमर और महबूबा दोनों ही जम्मू-कश्मीर में बीजेपी को लाने का आरोप लगाते हुए एक-दूसरे को कसूरवार ठहराने लगे।
झगड़े में दोनों ने एक-दूसरे पर लगाए ये आरोप
जानकारी के अनुसार, उमर अब्दुल्ला ने महबूबा पर भड़कते हुए कहा कि तुम्हारे दिवंगत पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद ने भाजपा के साथ गठबंधन किया था। अब्दुल्ला की इस बात के बाद दोनों के बीच बहस शुरू हो गई।
वही, महबूबा ने भी जवाब देते हुए कहा कि आपके पिता फारूक अब्दुल्ला का गठबंधन भी अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में एनडीए के साथ था। पीडीपी चीफ महबूबा यही नहीं रुकी और वह भड़कते हुए बोली कि आपके दादा शेख अब्दुल्ला1947 में जम्मू-कश्मीर के भारत में विलय के लिए जिम्मेदार है।