राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) ने अमरनाथ मंदिर में जयकारा लगाने, मंत्रोच्चार और घंटा बजाने पर रोक लगा दी है। बता दे कि एनजीटी ने अमरनाथ यात्रा को लेकर अमरनाथ श्राइन बोर्ड को अहम निर्देश जारी किया है। एनजीटी ने अमरनाथ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के मंत्र और जयकारा लगाने पर रोक का आदेश दिया है।
राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण ने आगे कहा कि आखिरी चेक पोस्ट से भक्तों को सिर्फ एक ही लाइन आगे भेजा जाना चाहिए। एनजीटी ने कहा कि आखिरी चेक पोस्ट के बाद लोगों को अमरनाथ गुफा तक पैदल ही भेजना चाहिए। नवंबर में हुई सुनवाई के दौरान एनजीटी ने श्राइन बोर्ड से यह जानना चाहा था कि यात्रियों की सुविधा और यात्रा के दौरान होनेवाली कैजुअल्टी से बचने के लिए 2012 के सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अबतक क्या कार्रवाई की गई।
एनजीटी ने अमरनाथ को साइलेंस जोन घोषित करने का आदेश देते हुए कहा कि यह इलाका पर्यावरण की दृष्टि से बेहद संवेदनशील है। इस इलाके में ग्लेशियरों की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए यहां शोर-शराबा नहीं होना चाहिए और यात्रियों की संख्या भी सीमित होनी चाहिए।
वही , इस बीच इस पर विवाद भी तेज हो गया है और केंद्र की सरकार पर काबिज बीजेपी ने इसे ऐंटी-हिंदू अजेंडा करार दिया है। बता दे कि इस बीच इस पूरे मामले पर राजनीति भी तेज हो गई है और बीजेपी ने इसे ऐंटी-हिंदू अजेंडा करार दिया है।
पार्टी के दिल्ली प्रदेश के प्रवक्ता तेजिंदर पाल बग्गा ने कहा कि जिस तरह से एनजीटी के बयान हिंदुओं के खिलाफ आते हैं हम उसके विरोध में हैं। अब अमरनाथ यात्रा को लेकर कहा गया है कि आप वहां जयकारे नहीं लगा सकते हैं आप वहां मंत्रोच्चार नहीं कर सकते हैं।
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