जम्मू : पाकिस्तानी सेना ने एक बार फिर अपनी मानसिकता को दर्शाते हुए जम्मू के राजौरी जिले में LOC पर संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए छोटे हथियारों से गोलीबारी करी और सीमावर्ती चौकियों और गांवों को निशाना बनाते हुए मोर्टार भी दागे।
संघर्ष विराम की यह नयी घटना तब हुई है जब एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजौरी शहर में बी जी ब्रिगेड मुख्यालय में एलओसी पर तैनात जवानों के साथ दिवाली मनायी।
रक्षा प्रवक्ता ने कहा, ‘‘दोपहर करीब ढाई बजे पाकिस्तान ने नौशेरा सेक्टर में छोटे हथियारों से गोलीबारी कर और मोर्टार से गोलाबारी कर बिना उकसावे के संघर्ष विराम उल्लंघन किया। सेना मुंहतोड़ जवाब दे रही है।’’
उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने असैन्य इलाकों को निशाना बनाया जिससे गांववासियों को बंकरों और सुरक्षित स्थानों में शरण लेनी पड़ी।
प्रवक्ता ने बताया कि सीमा पार से अब भी गोलीबारी हो रही है लेकिन भारत की ओर से किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पाकिस्तानी सेना ने इस साल 2,100 बार नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम उल्लंघन किया जिससे 29 भारतीय मारे गए और सैकड़ों अन्य घायल हो गए।
इनमें से पांच जवानों समेत आठ लोग अकेले इस महीने मारे गए। चार ने राजौरी और पुंछ जिलों में जान गंवा दी।
प्रधानमंत्री ने रविवार को राजौरी जिले में सीमा पर तैनात सैनिकों के साथ दिवाली मनायी थी और बहादुरी के लिए उनकी तारीफ करते हुए कहा कि इससे सरकार ऐसे फैसले ले पायी जो अभी तक असंभव माने जाते थे।
वह सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के साथ वहां गए थे।
संघर्ष विराम की यह नयी घटना तब हुई है जब एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजौरी शहर में बी जी ब्रिगेड मुख्यालय में एलओसी पर तैनात जवानों के साथ दिवाली मनायी।
रक्षा प्रवक्ता ने कहा, ‘‘दोपहर करीब ढाई बजे पाकिस्तान ने नौशेरा सेक्टर में छोटे हथियारों से गोलीबारी कर और मोर्टार से गोलाबारी कर बिना उकसावे के संघर्ष विराम उल्लंघन किया। सेना मुंहतोड़ जवाब दे रही है।’’
उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने असैन्य इलाकों को निशाना बनाया जिससे गांववासियों को बंकरों और सुरक्षित स्थानों में शरण लेनी पड़ी। प्रवक्ता ने बताया कि सीमा पार से अब भी गोलीबारी हो रही है लेकिन भारत की ओर से किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पाकिस्तानी सेना ने इस साल 2,100 बार नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम उल्लंघन किया जिससे 29 भारतीय मारे गए और सैकड़ों अन्य घायल हो गए। इनमें से पांच जवानों समेत आठ लोग अकेले इस महीने मारे गए। चार ने राजौरी और पुंछ जिलों में जान गंवा दी।
प्रधानमंत्री ने रविवार को राजौरी जिले में सीमा पर तैनात सैनिकों के साथ दिवाली मनायी थी और बहादुरी के लिए उनकी तारीफ करते हुए कहा कि इससे सरकार ऐसे फैसले ले पायी जो अभी तक असंभव माने जाते थे। वह सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के साथ वहां गए थे।