केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर के लिए लाए गए नए भूमि कानून का पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) लगातार विरोध कर रही है। गुरुवार को पार्टी ने मार्च निकलने का प्रयास किया, जिसके बाद पुलिस ने कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया है। कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिए जाने के बाद पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती सरकार पर बुरी तरह भड़क गईं।
उन्होंने कहा, ‘पीडीपी कार्यकर्ता शांतिपूर्वक बीजेपी सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर की जमीन को लूटने के लिए पारित भूमि कानून के खिलाफ विरोध कर रहे थे। हमारे कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया और मुझे उनसे मिलने की अनुमति नहीं दी गई। न तो सिविल सोसायटी और न ही राजनेता यहां बात कर सकते हैं, पूरे जम्मू-कश्मीर को जेल में बदल दिया गया है।’
उन्होंने कहा, ‘ये लोग जम्मू-कश्मीर के संसाधन लूट के ले जाना चाहते हैं। बीजेपी ने गरीब को दो वक्त की रोटी नहीं दी, वो जम्मू-कश्मीर में ज़मीन क्या खरीदेगा? दिल्ली से रोज एक फरमान जारी होता है, अगर आपके पास इतनी ताकत है तो चीन को निकालो जिसने लद्दाख की ज़मीन खाई है, चीन का नाम लेने से थरथराते हैं।’
पार्टी मुख्यालय एस के पार्क में आज बड़ी संख्या में एकत्र हुए पीडीपी के वरिष्ठ नेता और अन्य कार्यकर्ता नए भूमि कानून और बीजेपी के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। वे लोग जब मार्च निकालने के लिए मुख्य रेजीडेंसी रोड की ओर कार्यालय के मुख्य द्वार से बाहर निकले तो वहां तैनात पुलिस कर्मियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए 12 से अधिक नेताओं को हिरासत में ले लिया।