कट्टरपंथी अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी की मौत के बाद रविवार को चौथे दिन भी सुरक्षा बल तैनात रहे लेकिन कुछ अधिकारियों ने कहा कि आज कश्मीर में लगे प्रतिबंधों में ढील दी गई। घाटी में लोगों की आवाजाही पर कोई प्रतिबंध नहीं है, लेकिन कई इलाकों में सड़कों के किनारे बैरिकेड्स बने हुए हैं, विशेष रूप से अलगाववादी नेता के शोक के चौथे दिन के मद्देनजर यहां हैदरपोरा में गिलानी के आवास की ओर जाने वाले बैरिकेड्स बने हुए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि कानून-व्यवस्था को बरकरार रखने के लिए शहर और अन्य इलाकों में सुरक्षा बलों को बड़ी संख्या में तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि घाटी में वाहनों का आवागमन बढ़ा है लकिन ज्यादातर सार्वजनिक परिवहन सड़क से नदारद रहा। शहर के कुछ इलाकों और घाटी के अन्य हिस्सों में भी कुछ दुकानें खुलीं। उन्होंने बताया कि स्थिति सामान्य एवं नियंत्रण में है। पुलिस ने शनिवार को कहा था कि कानून-व्यवस्था को बरकरार रखने के लिए कई एहतियाती उपाय किए गए जिसमें शरारती तत्वों की गिरफ्तारी शामिल है।
पुलिस ने यह भी कहा कि कश्मीर मीडिया सर्विस सहित कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, जो पाकिस्तान से चल रहे हैं, उपद्रवियों को शांति भंग करने के लिए उकसाने के लिए फर्जी खबरें और वीडियो फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ स्थानीय मीडिया के लोग और चैनल भी फर्जी खबर फैलाते दिखे हैं और पुलिस उनपर नजर रख रही है, साक्ष्य एकत्र कर रही है और उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।