कश्मीर के अधिकतर हिस्सों में प्रतिबंधों में ढील दे दी गई है। जगह-जगह से अवरोधक हटाए जा रहे हैं और सड़कों पर यातायात धीरे-धीरे बढ़ रहा है। हालांकि, बाजार गुरुवार को 18वें दिन भी बंद हैं और इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित हैं। वहीं त्राल में हालत थोड़े बहुत सामान्य दिख रहे है। वहां कुछ स्थानीय लोग क्रिकेट खेलते हुए दिखाई दिए है।
एक स्थानीय व्यक्ति ने कहा, “हमारे बच्चों के खेलने के लिए जगह होनी चाहिए, स्कूलों में सुधार होना चाहिए, हमारे गांव में पशोपेश होना चाहिए, और आंगनवाड़ी केंद्रों में भोजन की गुणवत्ता में सुधार होना चाहिए। मुझे सरकार पर पूरा भरोसा है, नरेंद्र मोदी एक अच्छा आदमी है, वह हमारे लिए काम करेगा “।
अधिकारियों ने बताया कि स्थिति शांतिपूर्ण है और बुधवार को घाटी के किसी भी हिस्से से किसी तरह की अप्रिय घटना की कोई खबर नहीं मिली। उन्होंने कहा कि स्थिति में सुधार को देखते हुए श्रीनगर और घाटी के अन्य जिला मुख्यालय शहरों में लोगों और यातायात का आवागमन धीरे-धीरे बढ़ रहा है। सार्वजनिक परिवहन सड़कों से नदारद रहा, लेकिन कुछ अंतर जिला कैब और तिपहिया वाहन कुछ क्षेत्रों में सड़कों पर चलते दिखे।
अधिकारियों ने बताया कि माध्यमिक स्तर तक के स्कूलों में शिक्षकों और सरकारी कार्यालयों में कर्मचारियों की उपस्थिति बढ़ रही है। हालांकि, अधिकतर छात्र-छात्राएं मौजूदा स्थिति के मद्देनजर अभी स्कूलों से दूर हैं। सरकार ने समूची घाटी में सोमवार से प्राथमिक विद्यालयों और बुधवार से माध्यमिक विद्यालयों को खोलने का आदेश दिया था।
किशन रेड्डी में बोले- कश्मीर से सुरक्षा बलों को हटाने की तत्काल कोई योजना नहीं
अधिकारियों ने कहा कि कश्मीर के अनेक हिस्सों और श्रीनगर के अधिकतर हिस्सों में प्रतिबंधों में ढील दी गई है। उन्होंने बताया कि शहर के आवासीय क्षेत्रों और सिविल लाइन्स क्षेत्र तथा अन्य जिलों के अधिकतर क्षेत्रों से अवरोधक हटा लिए गए हैं। हालांकि कानून व्यवस्था से जुड़ी किसी अप्रिय स्थिति को टालने के लिए सुरक्षाबलों की तैनाती बरकरार है। अधिकारियों ने बताया कि घाटी में अधिकतर जगहों पर बाजार बंद हैं।
हालांकि किसी अलगाववादी समूह या किसी अन्य संगठन ने किसी हड़ताल का आह्वान नहीं किया है। उन्होंने बताया कि मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं अभी निलंबित हैं। हालांकि लैंडलाइन टेलीफोन सेवाएं अधिकतर स्थानों पर बहाल हो गई हैं। हालांकि श्रीनगर के लाल चौक और प्रेस एंक्लेव सहित कई क्षेत्रों में लैंडलाइन टेलीफोन सेवा लगातार निलंबित है।