बीजेपी द्वारा साध्वी प्रज्ञा को टिकट देने पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला द्वारा उठाए गए सवाल पर पर साध्वी प्रज्ञा का बयान सामने आया है। उमर अब्दुल्ला ने कहा की बीजेपी को अब मंदिर-मस्जिद पर वोट नहीं मिल रहे। इसीलिए उन्होंने भोपाल से आतंकवाद की आरोपी को टिकट दिया। उनके इस बयान पर साध्वी ने पलटवार करते हुए कहा कि गनीमत है कि उन्होंने ये नहीं कहा कि साध्वी को तत्काल फांसी पर लटका देना चाहिए, क्योंकि इनका षड्यंत्र तो यही था।
गौरतलब है की मालेगांव ब्लास्ट मामले में आरोपी साध्वी प्रज्ञा को बीजेपी ने बुधवार को मध्य प्रदेश की भोपाल संसदीय सीट से टिकट देने का ऐलान किया जहां उनका सीधा मुकाबला कांग्रेस के दिग्गज नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से होगा। इन दिनों जमानत पर चल रहीं ठाकुर इस ऐलान से चंद घंटे पहले ही बीजेपी में शामिल हुई थीं।
दरअसल, श्रीनगर में वोट डालने के बाद बीजेपी पर निशाना साधते हुए उमर ने कहा कि पहले उन्होंने पुलवामा और बालाकोट पर चुनाव लड़ने की कोशिश की। जब बीजेपी को पता चला कि ये चल नहीं रहा है तो उसके बाद वे विकास कार्यों पर चुनाव प्रचार करने लगे, लेकिन उसे भी लोगों ने खारिज कर दिया। बीजेपी के पास जब कुछ नहीं रहता तो वे मजहब का कार्ड खेलने लगते हैं।
मंदिर-मस्जिद पर उन्हें वोट मिलेंगे नहीं। ऐसे में उन्होंने एक ऐसे शख्स को टिकट दिया जो न सिर्फ आतंकवाद के केस में आरोपी है, बल्कि बेल पर है। उमर ने कहा कि साध्वी प्रज्ञा को बेल भी सेहत ठीक न होने के बहाने दी गई है। ऐसे में अगर उनकी सेहत जेल में रहने के लिए ठीक नहीं है तो उनकी सेहत चुनाव लड़ने के लिए ठीक कैसे हो सकती है। अगर उनकी तबीयत चुनाव के लिए ठीक है तो जेल के लिए भी ठीक ही होगी। मैं उम्मीद करता हूं कि जिस अदालत से उन्हें बेल मिली है, वहां से ये बेल कैंसिल हो जाए।