जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर शहर के बाहरी इलाके में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में बुधवार को लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकवादी को जहन्नुम पहुंचा दिया हैं । ये तीनों आतंकी शहर के खोनमोह इलाके में नौ मार्च को एक सरपंच की हत्या में शामिल थे।
पहले सुरक्षाबलों पर आतंकियों ने दागी थी गोलियां
पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि शहर के नौगाम इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने वहां घेराबंदी की और तलाशी अभियान चलाया। उन्होंने बताया कि इसी दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की और मुठभेड़ शुरू हो गई।
मारे गए आतंकी कश्मीर के निवासी
प्रवक्ता ने कहा, “मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए और मुठभेड़ स्थल से तीन शव बरामद किये गए। उनकी पहचान पम्पोर के गलचिबल चंधरा के निवासी आदिल नबी तेली, शोपियां के रोनिपुरा के निवासी शकीर अहमद तांत्रे और कुलगाम के कुजेर फरिसाल के रहने वाले यासिर अहमद वागये के रूप में की गई है।
आम नागरिकों को निशाना बनाते थे मारे गए आतंकी
उन्होंने कहा, “पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, मारे गए आतंकवादी लश्कर ए तैयबा से जुड़े थे और 2021 से सक्रिय थे। वे पुलिस, सुरक्षा बलों और आम नागरिकों पर किये गए तमाम आतंकी हमलों में शामिल रहे थे। कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) विजय कुमार ने कहा कि तीनों आतंकवादी शहर के खोनमोह इलाके में नौ मार्च को हुई एक सरपंच की हत्या में शामिल थे। उन्होंने कहा कि वे पंचायती राज संस्था के सदस्यों और संरक्षित लोगों पर हमले करते थे।
अभियान पुलिस के लिए बड़ी सफलता
कुमार ने कहा, ‘‘यह अभियान पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता है। हमने बडगाम में प्रादेशिक सेना के एक जवान सहित केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों एवं सरपंचों आदि की हालिया हत्याओं में शामिल सभी ‘मॉड्यूल’ का भंडाफोड़ किया है।
पाकिस्तान नही चाहता कश्मीर में जारी रहे लोकतांत्रिक प्रक्रिया
उन्होंने कहा, ‘‘ पाकिस्तान नहीं चाहता कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया या विकास जारी रहे, इसलिए वे पंचों, सरपंचों को निशाना बना रहे हैं..लेकिन हम उन्हें मुहतोड़ जवाब दे रहे हैं। हम उनकी पहचान कर रहे हैं, उन्हें गिरफ्तार कर रहे हैं और मुठभेड़ों में उन्हें ढेर कर रहे हैं।