कश्मीर में प्रशासन ने बृहस्पतिवार को 19 और टेलीफोन एक्सचेंजों में सेवाएं बहाल की। करीब एक माह पहले अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू-कश्मीर को मिले विशेष दर्जे को वापस लिए जाने के बाद संचार सेवाओं पर रोक लगाई गई थी। अधिकारियों ने बताया कि बृहस्पतिवार तड़के श्रीनगर के व्यापारिक केंद्र लाल चौक और प्रेस कॉलोनी में लैंडलाइन टेलीफोन कनेक्शनों ने काम करना शुरू कर दिया।
उन्होंने बताया कि 19 टेलीफोन एक्सचेंजों में सेवा बहाल की गई है। कश्मीर घाटी में करीब 100 टेलीफोन एक्सचेंज हैं। अधिकारियों ने बताया कि अभी मोबाइल और इंटरनेट सेवा को बहाल करने को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। इस बीच, शहर की सड़कों पर निजी गाड़ियों की आवाजाही में बढ़ोतरी देखी गई है, लेकिन घाटी में बृहस्पतिवार को 32वें दिन भी बंद जारी रहा।
अधिकारियों ने बताया कि बाज़ार और अन्य कारोबारी प्रतिष्ठान बंद रहे, जबकि सार्वजनिक परिवहन सड़कों से नदारद है। श्रीनगर के कई इलाकों में बड़ी संख्या में निजी गाड़ियों की आवाजाही देखी गई। वहीं रेहड़ी वालों ने अपना काम शुरू किया। उधर, राज्य सरकार के स्कूलों को खोलने के निर्णय का कोई फायदा नहीं हुआ, क्योंकि माता-पिता सुरक्षा संबंधी आशंकाओं की वजह से अपने बच्चों को घरों में रख रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि सरकारी दफ्तर खुले हुए हैं लेकिन सार्वजनिक परिवहन की अनुपलब्धता से कर्मियों की हाजिरी बहुत कम है। जिला मुख्यालय में सामान्य उपस्थिति दर्ज की गई है। कश्मीर के अधिकतर हिस्सों में पाबंदियों में राहत दी गई हैं। ये पाबंदियां सीआरपीसी की धारा 144 के तहत पिछले महीने लगाई गई थीं।
बुधवार को एक अस्पताल में एक जख्मी युवक की मौत के मद्देनजर कानून एवं व्यवस्था की स्थिति को बनाए रखने के लिए पुराने शहर में पाबंदियां बरकरार हैं और भारी संख्या में सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है। यह युवक छह अगस्त को सुरक्षा बलों तथा प्रदर्शनकारियों के बीच संघर्ष में जख्मी हो गया था। अधिकारियों ने बताया कि यह युवक प्रदर्शनकारियों द्वारा फेंके गए पत्थर से बुरी तरह से जख्मी हो गया था।