नए साल के उपहार रूप में कश्मीर में मंगलवार मध्यरात्रि से शार्ट मेसेज सर्विस (एसएमएस) बहाल हो जाएगी।
जम्मू-कश्मीर के प्रधान सचिव रोहित कंसल ने मंगलवार को यह जानकारी दी। ब्राडबैंड सेवाएं भी सरकारी स्कूलों व अस्पतालों में मंगलवार मध्यरात्रि से बहाल होंगी।
इस कदम का कश्मीर में स्वागत किया गया है। इसके साथ ही लोगों का मानना है कि सरकार को जनता के लिए ब्राडबैंड इंटरनेट सेवाओं को भी अब बहाल करना चाहिए।
पीएचडी की तैयारी कर रहे रियाज अहमद ने कहा, ‘हम कश्मीर में एसएमएस को बहाल करने के सरकार के फैसले का स्वागत करते हैं, लेकिन यह वास्तव में मददगार होता अगर सरकार एक कदम और आगे बढ़ती और इंटरनेट को शुरू करती।’
एक सरकारी ठेकेदार अल्ताफ अहमद ने कहा, ‘हमें अपना ई-टेंडर दाखिल करने के लिए अब सरकारी कार्यालय जाना होगा। हमारी मुश्किलें खत्म नहीं होंगी। हालांकि, हम इस कदम की सराहना करते हैं।’
अनुच्छेद 370 के पांच अगस्त को रद्द किए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में संचार सेवाओं पर रोक लगाई गई थी। रोक को धीरे-धीर हटाया जा रहा है, पहले लैंडलाइन बहाल की गई, जिसके बाद पोस्टपेड मोबाइल फोन सेवाओं को शुरू किया गया।
जम्मू में ब्राडबैंड इंटनेट को बहाल कर दिया गया है, जबकि कश्मीर में इस पर अभी भी रोक रहेगी। मोबाइल इंटरनेट सेवा पर जम्मू और श्रीनगर दोनों में रोक रहेगी। यह सेवा बीते सप्ताह नवगठित केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में बहाल की गई। कश्मीर में प्रीपेड मोबाइल सेवा पर रोक जारी रहेगी।