जम्मू वायुसेना स्टेशन के तकनीकी एरिया में रविवार सुबह दो हल्के विस्फोट हुए। भारतीय वायुसेना मामले की जांच करने में जुट गयी है। इस बात की जानकारी रक्षा प्रतिष्ठान से जुड़े अधिकारियों ने दी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के कार्यालय ने बताया कि उन्होंने वायुसेना के उपप्रमुख एयर मार्शल एचएस अरोड़ा से विस्फोटों के संबंध में बात की। उन्होंने बताया कि जांच करने वाले अधिकारी हवाईअड्डे पर विस्फोटकों को गिराने के लिए ड्रोन के संभावित इस्तेमाल की भी छानबीन कर रहे हैं।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी की एक टीम जम्मू में वायु सेना स्टेशन पहुंच चुकी है। धमाकों में अब आतंकी हमले का एंगल भी सामने आ रहा है। सुरक्षा एजेंसियों ने शक जताया है कि वायु सेना स्टेशन पर बम गिराने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था। लेकिन भारतीय वायु सेना की तरफ से अभी तक ड्रोन को लेकर कोई पुष्टि नहीं हुई है।वायुसेना स्टेशन के तकनीकी एरिया में विस्फोट के सम्बन्ध में जम्मू पुलिस ने यूएपीए की धारा 16, 18 और एक्स्प्लोसिव एक्ट के तहत दर्ज एफआईआर दर्ज कर ली है।
भारतीय वायु सेना (आईएएफ) ने ट्वीट किया कि जम्मू वायु सेना स्टेशन के तकनीकी क्षेत्र में रविवार तड़के “कम तीव्रता वाले दो विस्फोट’ होने की सूचना मिली। इनमें से एक विस्फोट ने एक इमारत की छत को मामूली नुकसान पहुंचाया, जबकि दूसरा विस्फोट खुले क्षेत्र में हुआ। वायु सेना ने कहा, “किसी भी उपकरण को कोई नुकसान नहीं हुआ। असैन्य एजेंसियों के साथ मिलकर जांच की जा रही है।’’
रक्षा मंत्री के कार्यालय ने ट्वीट किया, ‘‘रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू में वायु सेना स्टेशन पर आज हुई घटना के बारे में वायुसेना के उप प्रमुख एयर मार्शल एचएस अरोड़ा से बात की। एयर मार्शल विक्रम सिंह स्थिति का जायजा लेने जम्मू पहुंच रहे हैं।’’
अधिकारियों ने बताया कि विस्फोटों में आतंकवादी नेटवर्कों की संभावित संलिप्तता समेत विभिन्न पहलुओं की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया को विस्फोटों के बारे में अवगत कराया गया है। वायुसेना प्रमुख शनिवार से बांग्लादेश के तीन दिवसीय दौरे पर हैं।