जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मंगलवार को नीट टॉपर तन्मय गुप्ता को इस बड़ी सफलता पर बधाई दी। नीट-अंडर ग्रेजुएट की परीक्षा का परिणाम सोमवार को घोषित हुई और कुल 720 अंकों में से पूर्ण अंक हासिल कर जम्मू के गुप्ता, तेलंगाना की मृणाल कुट्टेरी और महाराष्ट्र के कार्तिक जी नायर संयुक्त रूप से शीर्ष स्थान पर रहे।
उपराज्यपाल ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘कठिन मेहनत और लगन से नीट-2021 की परीक्षा में इतिहास रचने वाले जम्मू के तन्मय गुप्ता को बधाई। 720 अंक हासिल कर देश में टॉप करने वाले तन्मय जम्मू-कश्मीर की शान हैं। यह बड़ी सफलता है और आप पर जम्मू-कश्मीर को गर्व है। इस परीक्षा में सफलता हासिल करने वाले जम्मू-कश्मीर के सभी उम्मीदवारों को बधाई।’’
Congratulations to Tanmay Gupta from Jammu who created the history in NEET 2021 with hard work& determination.The national topper with 720 marks,Tanmay is pride of J&K. It is a great achievement&whole J&K is proud of you.Also,my best wishes to all successful students from J&K. pic.twitter.com/Aty4UTfGYB
— Office of LG J&K (@OfficeOfLGJandK) November 2, 2021
नीट-यूजी की परीक्षा 12 सितंबर को 13 भाषाओं में 3,858 केंद्रों पर आयोजित हुई थी और 15.44 लाख उम्मीदवारों ने इसमें हिस्सा लिया था। 8.70 लाख से ज्यादा उम्मीदवार उत्तीर्ण हुए हैं। जम्मू के गांधी नगर के रहने वाले गुप्ता ने कहा कि वह भाग्यशाली थे कि उन्हें जम्मू और दिल्ली में परिवार तथा विद्यालय में अच्छा माहौल मिला, जिसकी वजह से वह नीट-2021 के टॉपर में शामिल होने वाले जम्मू-कश्मीर के पहले व्यक्ति बनकर इतिहास रचने में सफल रहे।
गुप्ता ने कहा, ‘‘मुझे घर में काफी अच्छा माहौल मिला और सभी ने सहयोग किया… मैं यह कह सकता हूं कि वे मेरे आदर्श हैं।’’ गुप्ता ने जम्मू के केसी पब्लिक स्कूल से 10वीं तक पढ़ाई की और फिर वह 12वीं की पढ़ाई के लिए दिल्ली के आर के पुरम स्थित डीपीएस विद्यालय गए। उन्होंने मार्गदर्शन के लिए अपने शिक्षकों और मनोबल बढ़ाने के लिए अपने दोस्तों का शुक्रिया अदा किया। टॉपर ने कहा,‘‘यह अनुभव बहुत ही बढ़िया है और इसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है।’’
उनके माता-पिता अक्षय गुप्ता और शिवाली गुप्ता दोनों पेशे से डॉक्टर हैं। उन्होंने कहा कि अपने बेटे को पढ़ाई के लिए दिल्ली भेजना उनके जीवन के कठिन फैसलों में से एक था और उन्होंने बेटे के 10वीं के अंकों के आधार पर यह निर्णय लिया था, क्योंकि उसे विज्ञान और गणित में 100 फीसदी अंक मिले थे। शिवाली गुप्ता ने कहा कि उन्हें इतने अच्छे परिणाम की अपेक्षा नहीं थी और यह भगवान की कृपा है। वहीं अक्षय गुप्ता ने कहा कि उनका बेटा परिवार में सभी के लिए रोल मॉडल है। वह बेहद समर्पित और मेहनती है।