जम्मू-कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता आतंकवादियों के निशाने पर बने हुए है। जम्मू-कश्मीर में आतंक का खेल अभी भी जारी है और यह भाजपा नेताओं के लिए काल बनकर आया है। जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में आतंकवादियों ने मंगलवार को एक भाजपा कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या कर दी। उन्होंने बताया कि हमलावरों ने दोपहर करीब चार बजकर 30 मिनट पर दक्षिण कश्मीर के ब्रजलू जागीर इलाके में भाजपा कार्यकर्ता जावेद अहमद डार को उनके आवास के नजदीक गोली मारी। उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और आतंकवादियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया गया है। जानकारी के मुताबिक, 30 साल के जावेद को कई गोलियां लगीं थी। बीजेपी नेता की हत्या पर पार्टी के प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर ने कुलगाम में पार्टी ने नेता की हत्या की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि अहमद दार पार्टी के युवा नेता थे और कुलगाम निर्वाचन क्षेत्र के प्रभारी थे। ठाकुर ने पार्टी निर्वाचन क्षेत्र अध्यक्ष की हत्या को बर्बर करार दिया।
उन्होंने बताया कि इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और आतंकवादियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया गया है। जानकारी के मुताबिक, 30 साल के जावेद को कई गोलियां लगीं थी। बीजेपी नेता की हत्या पर पार्टी के प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर ने कुलगाम में पार्टी ने नेता की हत्या की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि अहमद दार पार्टी के युवा नेता थे और कुलगाम निर्वाचन क्षेत्र के प्रभारी थे। ठाकुर ने पार्टी निर्वाचन क्षेत्र अध्यक्ष की हत्या को बर्बर करार दिया।
उन्होंने पुलिस से हत्यारों को पकड़ने और उन्हें कड़ी सजा देने की अपील करते हुए कहा कि आतंकवादी हताश महसूस कर रहे हैं और बेगुनाहों को निशाना बना रहे हैं। निहत्थे लोगों की हत्या से कुछ नहीं होगा। 10 अगस्त को, अनंतनाग शहर में आतंकवादियों ने भाजपा सरपंच गुलाम रसूल डार और उनकी पत्नी जवाहीरा बानो की हत्या कर दी थी।
डार कुलगाम जिले के भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष थे और जिले के रेडवानी गांव के सरपंच के रूप में भी कार्यरत थे। उनकी पत्नी भी इसी गांव की पंचायत की सदस्य थीं। घटना स्थल पर मौजूद नहीं होने को लेकर डार के पीएसओ को निलंबित कर दिया गया। बता दें कि टीआरएफ ने हत्या की जिम्मेदारी ली थी।
भाजपा ने दावा किया कि साल 2020 में उसके 19 नेता मारे गए और अब तक पूरे कश्मीर में विभिन्न आतंकवादी हमलों में 21 की जान चुकी है। बता दें कि राज्य के अधिकांश भाजपा नेताओं को सरकार द्वारा सुरक्षा प्रदान की गई है और वे सुरक्षित स्थानों पर रहते हैं।