जम्मू कश्मीर के राजौरी में शनिवार को विस्फोट में नेहरू कॉलोनी निवासी पूर्व पुलिस इंस्पेक्टर एसएस बिष्टï के छोटे बेटे मेजर चित्रेश बिष्ट शनिवार को नौसेरा सेक्टर में शहीद हो गए थे। आज हरिद्वार के खडख़ड़ी घाट में मेजर चित्रेश बिष्टï का अंतिम संस्कार पूर सैन्य सम्मान के साथ किया गया है।
वहीं शहीद मेजर चित्रेश बिष्टï का पार्थिव शरीर को अंतिम विदाई देने के लिए कई तादात में भीड़ उमड़ पड़। सैकड़ों लोग वीर जवान की अंतिम यात्रा में शमिल हुए और अमर जवान के नारे लगाते हुए दिखे।
बता दें कि सोमवार को सुबह 8:30 बजे शहीद का पार्थिव शरीर उनके घर पर लाया गया था। तिरंगे में लिपटे ताबुत के साथ पहुंचे पार्थिव शरीर को देखते ही शहीद के पिता और मां शहीद के बड़े भाई नीरज का रो-रो कर बुरा हाल था। श्रद्घांजलि देने के बाद हरिद्घार में शहीद का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया है।
दोस्त मेजर चित्रेश बिष्ट का बुलाते थे टाइगर
बता दें कि नौसेरा सेक्टर में शहीद हुए मेजर चित्रेश बिष्टï को उनके दोस्त और भाई टाइगर कह कर बुलाते थें क्योंकि शहीदी मेजर चित्रेश बिष्ट बहुत बहादुर और निडर थे। 16 फरवरी के दिन मेजर चित्रेश बिष्ट कश्मीर के राजौरी में आईईडी धमाके में शहीद हो गए। ये धमाका उस समय हुआ जब वे आईईडी को डिफ्यूज कर रहे थे।
शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, भाजपा प्रदेश अद्यक्ष अजय भट्ट समेत कई मंत्री, विधायक, सेना, शासन प्रशासन के आला अधिकारी मौजूद थे।
श्रद्घांजलि देने के बाद शहीद की अंतिम यात्रा शुरू जिसमें भारी भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान हजारों लोगों की भीड़ भारत माता की जय,पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारों से माहौल गूंज रहा था वहीं लोग शहीद चित्रेश अमर रहे के नारे भी लगा रहे थे। शहीद चित्रेश की अंतिम यात्रा को हरिद्वार के खड़खड़ी घाट ले जाया गया।
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