पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने गुरुवार को ट्विटर पर लिखा कि उन्हें फिर से नजरबंद कर दिया गया है।मुफ्ती ने कहा कि पार्टी नेता सुहैल बुखारी और नजमु साकिब को गिरफ्तार कर लिया गया है।उन्होंने कहा, “निदोर्षों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करना और परिवारों द्वारा उन्हें दफनाने से इनकार करना दर्शाता है कि भारत सरकार अमानवीयता काफी नीचे गिर गई है।
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने किया ट्वीट
महबूबा ने ट्वीट किया, “फिर से नजरबंद और पीडीपी एट द रेट साकिब और एट द रेट सुहैल बुखारी को भी गिरफ्तार किया गया है।”उन्होंने कहा, “उनकी (सरकार) कहानी शुरू से ही जवाबदेही से बचने के लिए झूठ पर आधारित थी। वे अपने कार्यों के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहते हैं और इसलिए वे इस तरह के अन्याय और अत्याचारों के खिलाफ बोलने वाली आवाजों को दबा रहे हैं।”
Their narrative right from the start was based on lies to escape accountability. They dont want to be held accountable for their actions & thats why they are muzzling voices that speak up against such injustice & atrocities.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) November 18, 2021
आतंकवाद में कोई संलिप्तता नहीं थी
जम्मू-कश्मीर सरकार ने गुरुवार को हैदरपोरा मुठभेड़ में मजिस्ट्रियल जांच का आदेश दिया जिसमें पुलिस ने कहा कि एक पाकिस्तानी आतंकवादी और उसके साथी सहित चार लोग मारे गए।जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने एक ट्वीट में कहा कि रिपोर्ट जमा होने के बाद समयबद्ध तरीके से उपयुक्त कार्रवाई की जाएगी।मुठभेड़ के दौरान मारे गए अल्ताफ अहमद और मुदस्सिर गुल के परिवारों का कहना है कि उनका आतंकवाद में कोई संलिप्तता नहीं थी और उन्होंने मांग की कि दोनों के शव उन्हें लौटाए जाएं।