जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि कश्मीर पर अधिकारियों की ओर से जारी हर बयान गतल है। महबूबा मुफ्ती का ट्विटर अकाउंट जम्मू-कश्मीर में इंटरनेट सेवाएं बंद होने के बाद से ही उनकी बेटी इल्तिजा मुफ्ती चला रही हैं।
इस ट्वीट में लिखा गया है कि कुछ नेताओं को हिरासत से छूट ऐसे मिली है,जिनको कभी हिरासत में लिया ही नहीं गया था। हाल ही में कुछ नेताओं की नजरबंदी खत्म की गई थी, जिन्हें माना जाता है कि वह सरकार समर्थक हैं।
Every statement from the authorities about situation in Kashmir is a bald faced lie. The political ‘leaders’ released now as ‘goodwill’ gestures weren’t ever ‘arrested’ in the first place. https://t.co/fZfTdTV1pW
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) October 12, 2019
प्रशासन की ओर से कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और जम्मू-कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी जैसे राजनीतिक दलों के नेताओं को जम्मू में मुक्त कर दिया गया था. इनमें कांग्रेस के रमन भल्ला, नेशनल कॉन्फ्रेंस के देवेंद्र राणा व एसएस सलाथिया और पैंथर्स पार्टी के नेता हर्षदेव सिंह की नजरबंदी समाप्त कर दी गई।
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प्रशासन की तरफ से जम्मू के नेताओं को छूट दी गई है। लेकिन घाटी के नेता अभी भी नज़रबंद हैं। इनमें जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती, फारुक अब्दुल्ला सज्जाद लोन जैसे बड़े नाम शामिल हैं। इन सभी नेताओं को 5 अगस्त के बाद से नज़रबंद इसलिए किया गया है कि ताकि ये नेता घाटी में कोई राजनीतिक कार्यक्रम ना कर पाएं।