सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने सरहद पार से होने वाली घुसपैठ को नाकाम करने के लिए जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर अपनी सर्दियों की रणनीति लागू कर दी है। बल ने साथ में यह भी कहा कि बीते तीन-चार महीनों में ड्रोन के जरिए हथियार, विस्फोटक और मादक पदार्थ गिराने की घटनाओं में कमी आई है।
बीएसएफ के महानिरीक्षक (आईजी) डीके बूरा ने यहां संवाददाताओं से कहा कि जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की ओर से ड्रोन से सामान गिराने की घटनाओं में काफी कमी आई है।उन्होंने कहा, मैं मीडिया के सामने यह खुलासा नहीं कर सकता कि इस संबंध में क्या उपाय किए गए हैं, लेकिन कई कदम उठाए गए हैं। ”
बीएसएफ कोहरे की वजह से उत्पन्न चुनौती के लिए तैयार
आईजी ने जोर देकर कहा कि प्रौद्योगिकी की मदद से बल इस खतरे को समाप्त कर देगा और इसमें शामिल लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।उन्होंने कहा, बीएसएफ सीमा पर सतर्क है।”पूछा गया कि नियंत्रण रेखा पर बर्फबारी के मद्देनजर क्या आतंकवादी अब अंतरराष्ट्रीय सरहद से घुसपैठ पर ध्यान केंद्रित करेंगे, बूरा ने कहा, “यह हर साल होता है। हम इसके लिए पूरी तरह से तैयार हैं।उन्होंने कहा कि बीएसएफ सर्दियों में कोहरे की वजह से उत्पन्न चुनौती के लिए भी तैयार है।
पाकिस्तान से लगी सीमा पर लंबे समय से शांति कायम
आईजी ने कहा, “ सीमा पर कर्मियों को सुरक्षा और निगरानी उपकरणों के साथ तैनात कर दिया गया है। हमें यकीन है कि हम सीमापार से घुसपैठ नहीं होने देंगे।”उन्होंने यह भी कहा कि सुरंग रोधी अभ्यास जारी है और बल के पास ऐसे उपकरण हैं जो सुरंगों या सुरंग को खोदने के किसी भी प्रयास का पता लगाने में मदद करेंगे।अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान से लगी सीमा पर लंबे समय से शांति कायम है।