जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नेताओं की हत्या समेत चार आतंकवादी वारदात में शामिल हिजबुल मुजाहिद्दीन के तीन आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने सोमवार को इसकी जानकारी दी।
जम्मू संभाग के पुलिस महानिरीक्षक मुकेश सिंह ने सोमवार को बताया कि पिछले साल नवंबर से इस साल सितंबर तक चार वारदातों में शामिल तीन आतंकवादी गिरफ्तार किये गए हैं। उन्होंने बताया कि उनकी पहचान साजिशकर्ताओं में शामिल निसार अहमद शेख, निशाद अहमद और आजाद हुसैन के रूप में की गयी है और ये तीनों किश्तवाड़ के रहने वाले हैं।
अधिकारी ने बताया कि चेनाब घाटी में आतंकवाद को 2017-18 में पुनर्जीवित करने के मामले में संगठन के अन्य आतंकवादियों को गिरफ्तार करने के प्रयास किये जा रहे हैं । इस दौरान सिंह के साथ सेना के ब्रिगेडियर विक्रम भान और अन्य अधिकारी मौजूद थे।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि शेख और हुसैन के घरों में बने दो ठिकानों पर छापेमारी की गयी और जांच के दौरान वहां से कुछ पिस्तौल बरामद की गयीं। इसके अलावा एक राइफल और कुछ कारतूस भी बरामद किया गया है । इन ठिकानों का इस्तेमाल आतंकवादी गतिविधियों के लिए होता था ।
पुलिस महानिरीक्षक ने बताया, मैं लोगों को एक संदेश देना चाहता हूं कि कोई भी व्यक्ति किसी भी तरह से आतंकवादियों की मदद करता पाया जाएगा तो उसके खिलाफ गैर कानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के प्रावधानों के तहत सख्ती से निपटा जाएगा।
बता दें कि जिले (किश्तवाड़) को दशक पहले आतंकवाद मुक्त घोषित किया गया था लेकिन पिछले दस महीनों में कई आतंकवादी गतिविधियां तथा हथियार छीनने की घटना हुई है। आतंकवादियों ने भाजपा नेता अनिल परिहार और उनके भाई अजित परिहार की किश्तवाड़ में एक नवंबर 2018 को गोली मार कर हत्या कर दी थी।
एक अन्य घटना में आतंकवादियों ने उपायुक्त के सुरक्षा गार्ड दलीप कुमार से आठ मार्च को उनकी सरकारी राइफल छीन ली थी। इसी तरह एक और आतंकी घटना में आतंकवादियों ने नौ अप्रैल को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यकर्ता चंद्रकांत शर्मा और उनके पीएसओ की हत्या कर दी तथा मौके से फरार हो गए थे।
आतंकवादी सुरक्षाकर्मी का सरकारी राइफल भी लेकर भाग गए। हाल ही में 13 सितंबर को पीडीपी जिला अध्यक्ष शेख नासिर हुसैन के गौरियां गांव स्थित घर में आतंकवादी घुस गए और पीएसओ का सरकारी राइफल लेकर भाग गए।