घाटी में हाल के दिनों में आतंकवाद के मामलों में बढ़ोतरी होने के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को जम्मू-कश्मीर पहुंचे। उन्होंने श्रीनगर में सुरक्षा को लेकर हाई लेवल मीटिंग की, जिसमें सुरक्षा से जुड़े कई अहम अधिकारियों की मौजूदगी रही। चार घंटे तक चली बैठक में अमित शाह ने सुरक्षाबलों से आतंकवाद को खत्म करने के लिए कहा है।
370 हटने के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर पहुंचे शाह
अमित शर्मा ने श्रीनगर में यूथ क्लब के 45 हजार सदस्यों को संबोधित करते हुए शाह ने एक तरफ जहां आतंकियों को सख्त संदेश दिया तो वहीं केंद्र शासित प्रदेश में हुए विकास की तारीफ की। अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार यहां पहुंचे गृहमंत्री ने 5 अगस्त 2019 को लिए गए फैसले के फायदे गिनाए। उन्होंने लोगों को पीओके और जम्मू-कश्मीर के हालात की तुलना करने को भी कहा।
जम्मू कश्मीर की शांति में खलल डालने वाले पर सख्त कार्रवाई
गृहमंत्री ने आतंकियों और उनके मददगारों को सख्त संदेश देते हुए कहा, ”जम्मू कश्मीर की शांति में खलल डालना चाहते हैं, उनसे हम सख्ती से निपटेंगे। यह जो विकास की यात्रा शुरू हुई है इसमें कोई अडंगा नहीं डाल सकता है। यह हमारी प्रतिबद्धता है।”आतंकवाद के खात्मे के लिए युवाओं से मदद की अपील करते हुए हुए गृहमंत्री ने कहा, ”आतंकवाद से यहां 40 हजार लोगों की जान जा चुकी है, जिसमें सैनिक, आम नागरिक और आतंकवादी शामिल हैं। दहशतगर्दी और विकास साथ हो सकता है क्या? कभी नहीं। विकास की पहली शर्त है शांति। कौन इसको निकाल सकती है। सरकार निकाल सकती है क्या? ना भाई ना। सरकार को प्रयास कर सकती है, दहशतगर्दी को निकालने का काम यूथ क्लब के 45 हजार युवाओं को यह काम करना है। आपको शांति दूत बनकर युवाओं को बताना है कि यह रास्ता नहीं है।”
युवाओं से बात करने आया: शाह
पाकिस्तान से हमदर्दी जताने वालों को जवाब देते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, ”पाकिस्तान की बात करने को वालों को मैं कई जवाब दे सकता हूं, लेकिन मैं आज वह नहीं करूंगा। मैं तो युवाओं से बात करने आया हूं। मैं आपको पूछना चाहता हूं पास में ही पीओके है, हमें तो अभी जम्मू-कश्मीर के विकास से संतोष नहीं है, लेकिन एक बार पीओके से तुलना कर लेना, क्या मिला? गरीबी, अंधेरे और धुएं के अलावा क्या मिला? आज भी लकड़ियां जला कर खाना बनाया जाता है।”
शहीद इंस्पेक्टर के परिजनों से मिले अमित शाह
श्रीनगर में हाई लेवल मीटिंग करने से पहले अमित शाह ने सबसे पहले शहीद इंस्पेक्टर परवेज अहमद डार के परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान शाह ने डार की पत्नी फातिमा अख्तर को सरकारी नौकरी देने का वादा किया। अमित शाह ने शहीद इंस्पेक्टर परवेज अहमद के परिजनों से कहा कि पूरा देश आपके साथ है। हम हमेशा जम्मू कश्मीर पुलिस और परवेज अहमद डार के सर्वोच्च बलिदान को याद रखेंगे। बता दें कि इस साल जून महीने में श्रीनगर के नौगाम में आतंकवादियों ने पुलिस इंस्पेक्टर परवेज अहमद डार पर गोलीबारी कर दी थी, जिसमें वह शहीद हो गए थे।