पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के तीन वरिष्ठ नेताओं ने तिरंगे को लेकर पार्टी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के बयान के विरोध में सोमवार को इस्तीफा दे दिया। महबूबा मुफ्ती को संबोधित पत्र में, जम्मू-कश्मीर के पीडीपी नेताओं–टीएस बाजवा, वेद महाजन और हुसैन वफा ने कहा कि वे उनके कुछ बयानों पर ‘असहज’ महसूस कर रहे हैं, जो उनकी देशभक्ति की भावनाओं को चोट पहुंचाते हैं।
ये नेता महबूबा मुफ्ती के दिवंगत पिता मुफ्ती मुहम्मद सईद के दिनों से पीडीपी के साथ थे। 14 महीने की नजरबंदी से रिहा होने के बाद शुक्रवार को अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि उनकी पार्टी भारतीय तिरंगा नहीं फहराएगी, जब तक कि उन्हें जम्मू-कश्मीर का झंडा फहराने की इजाजत नहीं दी जाती।
पिछले साल 5 अगस्त को संविधान का अनुच्छेद 370 निरस्त होने से पहले, जम्मू और कश्मीर का अलग झंडा और अलग संविधान था। वही नेशनल कॉन्फ्रेंस ने महबूबा के बयान की निंदा करते हुए किनारा कर लिया है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के सीनियर नेता देवेंद्र सिंह राणा ने कहा कि पार्टी नेताओं के लिए राष्ट्र की एकता और संप्रभुता सर्वोपरि है।
हम राष्ट्र की संप्रभुता और एकता से समझौता नहीं करेंगे। जम्मू क्षेत्र के नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता देवेंद्र राणा ने फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला के साथ बैठक में महबूबा मुफ्ती के बयान पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला ने उन्हें आश्वस्त किया है कि गुपकार का कोई नेता ऐसा कोई बयान नहीं देगा जिससे राष्ट्र का हित प्रभावित हो।