जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार पर आरोप लगाया है। मुफ्ती ने केंद्र को घेरते हुए कहा कि केंद्र सरकार कश्मीरी युवाओं के खिलाफ प्रतिशोधात्मक कार्रवाई करने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को कहा कि एक टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में भारत पर पाकिस्तान की जीत का जश्न मनाने के लिए यहां कुछ छात्रों के खिलाफ मामले दर्ज किए जाने जैसे कदम उन युवाओं को और ‘दूर’ कर देंगे।
HMs Mann ki baat with Kashmiri youth started with slapping UAPA against medical students for celebrating Pakistan’s win.Instead of trying to ascertain why educated youth choose to identify with Pakistan, GOI resorting to vindictive actions. Such steps will alienate them further https://t.co/l3VmhaxcTJ
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) October 26, 2021
मेडिकल छात्रों के खिलाफ यूएपीए के तहत मामले दर्ज हो रहे
राजकीय मेडिकल कॉलेज व एसकेआईएमएस सौरा के छात्रावासों में रहने वाले मेडिकल छात्रों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत दो मामले दर्ज किए गए हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पीडीपी अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र को इसके बजाय यह पता लगाने की कोशिश करनी चाहिए थी कि शिक्षित युवा पाकिस्तान के साथ अपनी पहचान क्यों जोड़ते हैं?
प्रतिशोधात्मक कार्रवाई का सहारा ले रही है सरकार- मुफ्ती
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्विटर पर कहा, ‘‘कश्मीरी युवाओं के खिलाफ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ‘मन की बात’ पाकिस्तान की जीत का जश्न मनाने के लिए मेडिकल छात्रों के खिलाफ यूएपीए लगाये जाने से शुरू हुई। यह पता लगाने की कोशिश करने के बजाय कि शिक्षित युवा पाकिस्तान के साथ अपनी पहचान क्यों चुनते हैं, भारत सरकार प्रतिशोधात्मक कार्रवाई का सहारा ले रही है।
इस तरह के कदम उन्हें (युवाओं को) और अलग कर देंगे।” शाह जम्मू-कश्मीर के चार दिवसीय दौरे पर थे। गत रविवार को दुबई में खेले गए टी20 मुकाबले में इन दोनों छात्रावासों के छात्रों समेत कई जगह युवाओं ने भारत पर चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान की जीत का जश्न मनाया।