पश्चिम बंगाल के बैरकपुर से सांसद अर्जुन सिंह ने बीजेपी छोड़ तृणमूल कांग्रेस में 'घर वापसी' कर ली है। बीजेपी से लम्बे समय से असंतुष्ट बताये जा रहे अर्जुन सिंह ने TMC के महासचिव अभिषेक बनर्जी के दफ्तर पहुंचे और पार्टी की सदस्ता ग्रहण की। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बंगाल दौरे के एक महीने के भीतर ही राज्य में भारतीय जनता पार्टी को एक और झटका लगा है। हाल ही में भाजपा सांसद ने राज्य नेतृत्व पर आरोप लगाया था कि संगठन में एक वरिष्ठ पद पर रहने के बावजूद उन्हें ठीक से काम नहीं करने दिया जा रहा है।
नेता ने शुक्रवार को राज्य नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कहा
भाजपा नेता ने शुक्रवार को राज्य नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कहा था कि मैं हाल ही में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा जी से मिला था। इस दौरान उन्हें बताया था कि राज्य में संगठन की स्थिति क्या है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में समर्पित कार्यकर्ताओं को कार्य करने नहीं दिया जा रहा है, यहां तक कि मुझे भी एक वरिष्ठ पद पर रहने के बावजूद काम करने का मौका नहीं दिया जा रहा है।
बंगाल और केरल संगठन में कमियां
वहीं भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने एएनआई को दिए बयान में कहा, मैंने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के सामने अपनी राय रखी है। उन्होंने कहा कि वह इस बारे में सोचेंगे। भाजपा नेता ने कहा, बंगाल और केरल में भाजपा नेतृत्व में कमियां हैं और यह पूरी पार्टी पर है कि वह उनसे कैसे निपटती है। एक सांसद होने के नाते, मैं व्यक्तिगत स्तर पर उन कमियों को नहीं देख सकता। वहीं जूट मसले पर उन्होंने कहा कि यह मुद्दा केंद्र के अंतर्गत आता है, लेकिन उनमें से कुछ पश्चिम बंगाल सरकार के अधिकारियों के अधीन भी आते हैं। मैं आज इस मामले पर उनसे चर्चा करने जा रहा हूं।
हो सकती है घर वापसी
अर्जुन सिंह बैरकपुर से भाजपा सांसद हैं। वह 2019 में टीएमसी से ही भाजपा में शामिल हुए थे, लेकिन लंबे समय से वह राज्य इकाई से नाराज चल रहे हैं। अब कयास लगाए जा रहे हैं कि वे अपने बेटे के साथ फिर से टीएमसी का दामन थाम सकते हैं। उनके करीबियों का कहना है कि वह भाजपा छोड़ने का मन बना चुके हैं। अगर ऐसा होता है तो अर्जुन सिंह की फिर से टीएमसी में घर वापसी हो जाएगी। इस मुद्दे पर भाजपा नेता समिक भट्टाचार्य ने कहा कि पार्टी में रहना व नहीं रहना उनका निजी फैसला है।