मुंबई में पुलिस ने बुधवार को बीजेपी विधायक राम कदम और उनके समर्थकों को हिरासत में ले लिया। विधायक अपने समर्थकों के साथ पालघर के एक गांव में हुई 2 साधुओं की लिंचिंग के विरोध में जन आक्रोश यात्रा' निकाल रहे थे। उनकी मांग है कि पालघर भीड़ हिंसा की जांच सीबीआई से करवाई जाए।
विधायक राम कदम आज सुबह अपने हाथों पर काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज करने के लिए मुंबई में स्थित अपने घर खार निवास से पालघर की ओर निकल रहे थे। इस बीच मुंबई पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया है। इसके अलावा उन्होंने ट्वीट करके लिखा, 'हमें पालघर जाने से महाराष्ट्र सरकार रोक रही है। किस-किस आवाज को दबोचने की कोशिश करोगे?'
पालघर में हुई साधुओं की हत्या के विरोध में आज राम कदम जन आक्रोश यात्रा निकालने वाले थे। राम कदम के घर के बाहर भारी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात हैं। राम कदम के मुताबिक 212 दिन होने के बावजूद भी अब तक साधुओं की हत्या का इंसाफ नहीं मिला है। अगर राज्य सरकार निष्पक्ष रूप से इस केस की जांच करवाना चाहती है तो वह सीबीआई से जांच करवाए।हमे पालघर जाने से महाराष्ट्र सरकार रोक रही है किस किस आवाज दबोचने की कोशिश करोगे? #palgharsadhulynching
— Ram Kadam - राम कदम (@ramkadam) November 18, 2020