छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में दो दिवसीय 'धर्म संसद' (धार्मिक संसद) के समापन के दौरान महात्मा गांधी को अपमानजनक शब्द कहने के मामले में धर्म गुरु कालीचरण महाराज ने कहा है कि उन्हें इसका कोई पश्चाताप नहीं है। कालीचरण ने अपने खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद कालीचरण ने एक वीडियो जारी कर अपनी टिप्पणियों को सही ठहराया है। राज्य के सत्ताधारी दल कांग्रेस के नेताओं की शिकायत पर पुलिस ने कालीचरण के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
वीडियो जारी कर दिया बयान
महात्मा गांधी के खिलाफ टिप्पणी करने के मामले में कालीचरण महाराज ने वीडियो जारी कर कहा है कि, गांधी के बारे में अपशब्द बोलने के लिए मेरे खिलाफ प्राथमिकी हुई है। मुझे उसका कोई पश्चाताप नहीं है। मैं गांधी को राष्ट्रपिता नहीं मानता...यदि सच बोलने की सजा मृत्यु है तो वह स्वीकार है। वीडियो जारी होने का बाद जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि, उन्हें जानकारी मिली है कि, कालीचरण ने एक वीडियो जारी किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है तथा आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
इन धाराओं में दर्ज हुआ है केस
रायपुर जिले की पुलिस ने कालीचरण के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 505 (2) (विभिन्न वर्गों के बीच शत्रुता, घृणा या द्वेष पैदा करने या बढ़ावा देने वाले बयान) तथा 294 (अश्लील कृत्य) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस अधिकारी प्रशांत अग्रवाल ने कहा कि, रविवार को अपनी बात रखने के बाद कालीचरण के धर्म संसद से चले जाने की जानकारी मिली है और पुलिस दल ने उनकी खोज शुरू कर दी है।